जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की राज्य कार्यकारिणी की रविवार को शिव कॉलोनी के अक्षर भवन में बैठक हुई। इसमें जनशिक्षा के समक्ष चुनौतियों को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
राज्य महासचिव सीएन भारती ने कहा कि वर्तमान समय में जब सभी अध्यापकों को कक्षाओं में होना चाहिए, तब शिक्षा विभाग अध्यापक प्रशिक्षण के नाम पर रोजाना हजारों शिक्षकों को कक्षाओं से बाहर रखने का काम कर रहा है। इसका सीधा असर स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। तीसरी और पांचवीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा लेकर सीखने के स्तर के नाम पर शिक्षा विभाग का करोड़ों रुपया एनजीओ को सौंपा जा रहा है। एजुसेट, डीटीएच तथा कंप्यूटर शिक्षा को निजी हाथों में देने का हश्र सबके सामने है।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष वजीर सिंह व प्रेस प्रवक्ता महीपाल चमरोड़ी ने कहा कि विभिन्न जिलों में सम्मेलन करके जन पक्षीय शिक्षा नीति पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से इनके विचार लिए जाएंगे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 23 मार्च को भिवानी, फतेहाबाद, कैथल, यमुनानगर, करनाल तथा पानीपत, 25 मार्च को पंचकूला तथा 30 मार्च को हिसार, सिरसा, महेंद्रगढ़, जींद, सोनीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद तथा पलवल जिला में जन सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष महताब सिंह मलिक, राज्य संगठन सचिव बलवीर सिंह, कोषाध्यक्ष राजेंद्र बाटू, वरिष्ठ उपप्रधान गजे सिंह, उप महासचिव सुरजीत सैनी, उपप्रधान मुकेश यादव, सुमित्रा देवी, धर्मेंद्र ढांडा, सुखदर्शन आदि मौजूद रहे। db
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