चंडीगढ़ . विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ कर्मचारी फिर से आंदोलन में कूदने लगे हैं। अब स्कूल लेक्चरर्स ने 26 मई से प्रदेशभर में आंदोलन करने का ऐलान किया है। सर्व कर्मचारी संघ और हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने भी उनकी मांगें नहीं मानने पर धरने-प्रदर्शन और हड़ताल की चेतावनी दे रखी है। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के राज्य प्रधान दयानंद दलाल ने बताया कि आंदोलन के पहले चरण में 26 मई को सभी जिला इकाइयों की ओर से डीसी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए जाएंगे। इन ज्ञापनों पर अगर सरकार ने जल्दी सुनवाई नहीं की तो दूसरे और तीसरे चरण में आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गत 28 नवंबर को शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन के आदेश पर विभाग के उच्चाधिकारियों की एक समिति गठित की गई थी। करीब 6 माह बीतने के बाद भी इस समिति ने आज तक अपनी रिपोर्ट नहीं दी है। जबकि इस समिति को 15 दिन में रिपोर्ट देनी थी। विभागीय प्रधान सचिव सुरीना राजन को फॉलोअप करते हुए समिति से जल्दी रिपोर्ट लेनी चाहिए थी, लेकिन वे जानबूझकर इस मामले को लटकाए हुए हैं। कई बार मिलने के बावजूद उन्हें विभाग की ओर से केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं।
ये हैं लेक्चरर्स की मांगें:
वेतन विसंगति दूर करने, प्राचार्य पद के लिए पदोन्नति, अनुपात कॉलेज कैडर पदोन्नति, नामकरण आदि प्रमुख मांग हैं। विभाग की ओर से इन मांगों को समय-समय पर गठित सभी समितियों ने जायज ठहराया है। db
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