** प्राथमिक शिक्षक ने डीईईओ कार्यालय पर की नारेबाजी, मास्टरों ने शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन
जींद : खुद के आंकलन पर बिफरे शिक्षक अब खुलकर टीचर नीड एसेसमेंट (टीएनए) यानि शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए मूल्यांकन परीक्षा के विरोध में उतर आए हैं। राजकीय प्राथमिक शिक्षण संघ से जुड़े जिले के सैकड़ों शिक्षकों ने बुधवार को रोष स्वरूप नारेबाजी की और डिप्टी डीईईओ के माध्यम से शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल को परीक्षा रद्द करने की मांग का ज्ञापन भेजा। मास्टर्स वर्ग एसोसिएशन ने भी परीक्षा के विरोध और अन्य मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय एवं शिक्षा मंत्री को मांगपत्र भेजा है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ गुरुवार को अपना रोष प्रदर्शन करेगा तो हसला भी परीक्षा का विरोध कर रही है।
शिक्षकों ने नारेबाजी कर जताया रोष
हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा शिक्षकों की कराई जा रही परीक्षा के विरोध में बुधवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में रोष प्रदर्शन किया। जिलेभर से सैकड़ों प्राथमिक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं इसमें शामिल हुए। इस दौरान शिक्षा विभाग और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान विजय सहारण ने की। शिक्षकों ने हाथ उठाकर फैसला लिया कि शिक्षक परीक्षा का बहिष्कार करेंगे। साथ ही 26 मई को शिक्षा निदेशालय का घेराव करने का भी निर्णय लिया गया। धरने व प्रदर्शन को सुनील खोखर, राकेश शर्मा, राजेश खर्ब, राजबीर नैन, दिनेश भनवाला व प्रदीप खटकड़ ने अपने विचार व्यक्त किए।
शिक्षकों का मूल्यांकन बच्चों से
"परीक्षा विद्यार्थियों की होती है। शिक्षकों की परीक्षा करवाकर विभाग क्या हासिल करना चाहता है। शिक्षक ने कितना अच्छा पढ़ाया है यह बच्चों के रिजल्ट से ही पता चलता है। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी नित नए प्रयोग करके शिक्षा का ढांचा बिगाडऩे पर तुले हैं।"--विजय सहारण, जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ
हसला ने भी जताया विरोध
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने सरकारी प्राध्यापकों की योग्यता का आंकलन करने के लिए परीक्षा का प्रदेश भर में कड़ा विरोध जताया है। जिला प्रधान राजबीर रेढू, जिला महासचिव सतीश शर्मा व बलवान कौशिक ने बुधवार को राजकीय स्कूल में हुई पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि जब सरकार योग्यता के आधार पर नियुक्ति करती है तो योग्यता जांच क्यों? हसला इस प्रकार के तुगलकी फरमान की आलोचना करती है। बैठक में हरिओम, बलिंद्र नैन, देवी ने भी टीएनए टेस्ट का विरोध करते हुए आगे की रणनीति तय करने का फैसला लिया। दूसरी ओर प्रदेश स्तरीय हसला का प्रतिनिधिमंडल राज्य सचिव शिक्षा विभाग से मिला। इसमें आश्वासन के बाद 21 तारीख के आंदोलन की रूपरेखा को जुलाई के प्रथम सप्ताह तक स्थगित कर दिया गया। आवश्यकता पड़ी तो जुलाई में राज्य स्तरीय बैठक कर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
हर वर्ष लगते हैं प्रशिक्षण शिविर : राजेश खर्ब
"आरटीई एक्ट की स्वयं विभाग उल्लंघना कर रहा है। एक्ट के अनुच्छेद 8 (एच) 9(जे) में यह साफ तौर पर लिखा हुआ है कि शिक्षकों के हर वर्ष प्रशिक्षण शिविर लगेंगे। शिक्षकों के आंकलन के लिए किसी भी प्रकार की कोई परीक्षा नहीं होगी। विभाग द्वारा मनमर्जी चलाते हुए तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं। इससे लगता है कि किसी व्यक्ति विशेष को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए ऐसे फैसले लिए जाते हैं।"--राजेश खर्ब, राज्य कोषाध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षक संघ
मास्टर करेंगे शिक्षा मंत्री का घेराव : सतपाल बूरा
"मास्टर वर्ग शिक्षा विभाग के निर्देश पर भिवानी बोर्ड द्वारा ली जाने वाली टीएनए परीक्षा का विरोध कर रहा है। परीक्षा के विरोध में और अन्य मांगों को लेकर उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुशीला सांगवान के माध्यम से निदेशालय को ज्ञापन भेजा है। जल्द परीक्षा रद्द नहीं होती है तो 25 मई को शिक्षा मंत्री के झज्जर स्थित निवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले 24 को झज्जर में मांगों को लेकर एक दिवसीय अनशन भी मास्टर करेंगे।"--सतपाल बूरा, संरक्षक मास्टर वर्ग एसोसिएशन db
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