** मुख्य डाकघर के बाहर पार्सलों के खुले में लगे हैं ढेर, कब आए और डिलीवर हुए या नहीं, किसी को नहीं पता
भिवानी : डाक विभाग की लापरवाही की वजह से हजारों विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो गई है। इसका ताजा उदाहरण है कि मुख्य डाकघर के बाहर सड़क पर ही पार्सलों के ढेर लगे हुए हैं। इन पार्सलों की न तो कोई संभाल है और न ही कोई सुरक्षा। ढेर में पड़े ये पार्सल बच्चों का ज्ञान बढ़ाने की बजाए हफ्तों से खुले में पड़े धूल फांक रहे हैं। डाक विभाग अपनी इस लापरवाही पर अपना ही तर्क दे रहा है। डाक विभाग में पार्सल के जरिए ही दूरस्थ शिक्षा से जुड़े बच्चों की पाठयक्रम संबंधी पुस्तकों की किट घर भेजी जाती है। लेकिन डाक विभाग ने पाठयक्रम पुस्तकों की किट के पार्सल बच्चों के घर पहुंचाने की बजाए इनके ढेर मुख्य डाकघर द्वार के सामने लगा रखे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार 2 व 3 मई को बारिश के आसार बजाए गए हैं। अगर बरसात होती है तो इन पार्सलों की हालत फिर क्या होगी। सबसे अहम तो इन पार्सलों को अगर कोई इधर उधर कर देता है तो फिर किसकी जवाबदेही बनती है, यह भी अधिकारी अभी तय नहीं कर पा रहे हैं। विभागीय सूत्रों की माने तो मुख्य डाकघर में पार्सलों को सुरक्षित रखने के लिए भी जगह नहीं है। यहां आने वाले पार्सलों को या तो द्वार के बाहर सड़क पर ढेर लगा दिया जाता है या फिर उन्हें किसी कोने में पटक दिया जाता है। फिर हफ्तों तक इनकी तरफ कोई देखने वाला नहीं होता। दूरस्थ शिक्षा से दसवीं और बारहवीं कक्षा के पाठयक्रम से जुड़े बच्चों की पढ़ाई भी पार्सल समय पर नहीं पहुंचने से बाधित हो रही है। मुख्य डाकघर के डाकपाल जयवीर शर्मा से पूछा तो वे इस बात पर ही बिगड़ गए। उन्होंने कहा कि वे अपना काम कर रहे हैं। पार्सलों को ऐसे ही रखा जाता है। db
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