चंडीगढ़ : पीजीटी हिंदी के चयनित 593 पुरुष उम्मीदवारों की शिक्षा विभाग से चल रही लड़ाई में हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) भी कूद पड़ी है। हसला के पूर्व प्रांतीय प्रधान किताब सिंह मोर ने बृहस्पतिवार को कहा कि चुनाव आयोग की अनुमति मिलने के बाद भी कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाकर नियुक्ति को लटकाने से शिक्षा विभाग की मंशा साफ नजर नहीं आती। 1घोर निराशा के कारण नए चयनित पीजीटी हरियाणा शिक्षा पात्रता परीक्षा के मूल प्रमाणपत्र तक जलाने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार वादे के अनुसार जल्द पीजीटी के स्थान पर इन पदों को लेक्चरर का नाम दे। हसला किसी कीमत पर पीजीटी का नाम स्वीकार नहीं करेगा। शिक्षक नेता दलबीर पंघाल, मुकेश नैन, जुगमिंद्र ढांडा और डॉ. ऋषिपाल मथाना ने कहा कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 16 मई के बाद आंदोलन तेज किया जाएगा।
11 मई को जींद में बैठक :
हसला के प्रदेश अध्यक्ष दयानंद दलाल ने बताया कि शिक्षा विभाग के टरकाऊ रवैये के विरोध में आंदोलन चलाया जाएगा। इस पर चर्चा के लिए 11 मई को जींद में राज्य स्तरीय बैठक बुलाई गई है। dj
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