झज्जर : हरियाणा में शिक्षकों के टेस्ट को लेकर बेशक शिक्षकों व कर्मचारी संगठनों में भ्रम की स्थिति बन गई हो लेकिन अब शिक्षकों के टेस्ट को लेकर ही शिक्षा विभाग इसके उद्देश्य को स्पष्ट करने में लग गया है। विभाग ने इसे टेस्ट के बजाय सर्वे का नाम दिया है। विशेष बात यह है कि इस सर्वे के लिए सभी अध्यापकों को इसमें निर्धारित तिथि को शामिल होना होगा। विभाग इसके लिए पूरी तैयारियां कर रहा है। इस सर्वे में एसएस के शिक्षकों के लिए एक घंटा का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी राजेश खन्ना ने बताया कि इस सर्वे में शिक्षक का जो पक्ष कमजोर होगा उसे उसी विषय का प्रशिक्षण विभाग दिया जाएगा। जबकि जिस शिक्षका स्किल जिस विषय में अच्छा होगा, उसे उसी विषय का प्रशिक्षक भी बनाया जाएगा।
आरटीई के तहत विद्यार्थियों के टेस्ट का प्रावधान है। शिक्षकों के लिए इस तरह के टेस्ट को सर्वे के रूप में शामिल किया जा रहा है। इसी महीने 26 तारीख को होने वाले इस सर्वे में सभी शिक्षकों की हाजिरी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी अब स्कूल मुखियाओं की होगी। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी राजेश खन्ना ने बताया कि सभी स्कूल प्रमुख अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों को समय पर खंड स्तर पर होने वाले सर्वे में शामिल होने के लिए भेजेंगे। इसमें किसी भी शिक्षक को छूट नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस सर्वे के लिए जो टेस्ट रखा गया है उसमें सामान्य ज्ञान के अलावा विषय से जुड़े प्रश्र भी होंगे। खास बात यह है कि इसका सार्वजनिक तौर पर कोई परिणाम भी घोषित नहीं किया जाना है।
बीईईओ राजेश खन्ना ने बताया कि इस सर्वे में सिर्फ यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि शिक्षका का अपने विषय व सामान्य ज्ञान में से कौन सा पक्ष मजबूत है और कौन सा कमजोर। जो पक्ष कमजोर होगा उसे मजबूत बनाने के लिए विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि दोनों पक्षों को मजबूत किया जा सके। dt
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