** आसान विषयों में फेल, कठिन में पास
** दोनों कक्षाओं में लड़कियों ने दिए लड़कों से बेहतर नतीजे
** बारहवीं में अम्बाला, पानीपत, पंचकूला, रोहतक, सोनीपत में सरकारी स्कूल निजी से बेहतर रहे
** विरोधाभास दसवीं में फरीदाबाद, अम्बाला, करनाल, जींद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर में सरकारी स्कूल फिसड्डी
भिवानी : प्रदेश के 12वीं के छात्रों की अंग्रेजी सुधरी है लेकिन हिंदी में कमजोर हो गए। हालांकि पास प्रतिशत के मामले में हिंदी आगे है लेकिन पिछले साल के मुकाबले उसमें दो प्रतिशत की कमी आई जबकि अंग्रेजी में चार प्रतिशत सुधार हुआ है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हिंदी को आसान विषय मानकर छात्र उसकी तैयारी कम करते हैं। यही वजह है कि करीब 6 प्रतिशत इस विषय में फेल हो गए।
दसवीं में भाषा विषयों की पास प्रतिशतता 12वीं की अपेक्षा कम रही। मैट्रिक परीक्षा में 3 लाख 52 हजार 729 ने अंग्र्रेेजी विषय की परीक्षा दी जिसमें दो लाख 73 हजार 557 पास हुए। इसी प्रकार हिंदी विषय में दो लाख 95 हजार 774 परीक्षार्थी पास हुए।
12वीं में दो लाख 68 हजार 406 परीक्षार्थियों में से 2677 की रिअपीयर आई जबकि हिंदी की परीक्षा में 2 लाख 53 हजार 598 परीक्षार्थियों में से 8,243 परीक्षार्थी रीअपीयर होंगे।
मैट्रिक में लगातार दूसरे साल सोनीपत प्रदेश में अव्वल
12वीं : झज्जर टॉप, यमुनानगर बॉटम
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.