जींद : मर्ज किए जा रहे स्कूलों के सरप्लस हुए शिक्षकों को अन्य स्कूलों में स्टेशन देने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा बुधवार को प्राथमिक शिक्षकों को काउंसिलिंग के लिए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बुलावा था। पहले दिन काउंसिलिंग के लिए पहुंचे शिक्षकों ने इसका बहिष्कार कर दिया। शिक्षकों ने कार्यालय परिसर में सरकार व विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। मौजूद शिक्षकों का कहना था कि यहां कार्यालय में कोई अधिकारी तक नहीं मिला, जबकि उन्हें यहां बुला लिया है। वे काउंसिलिंग का विरोध करते हैं। शिक्षकों ने इस बात पर रोष जताया कि 100 या इससे अधिक बच्चों की संख्या वाले स्कूलों को भी मर्ज किया जा रहा है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ व हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने इस निर्णय की कड़ी भर्तस्ना की है।
सरकार की मंशा नहीं होने देंगे पूरा
"स्कूलों को मर्ज करने की सरकार की मंशा को पूरा नहीं होने देंगे। सरकार स्कूलों को बंद कर बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है। आज प्राथमिक शिक्षकों ने काउंसिलिंग का बहिष्कार किया है और कोई भी अध्यापक इसमें भाग नहीं लेगा। सरकार व विभाग को शिक्षक विरोधी इस निर्णय को तुरंत ही वापस लेना चाहिए, वरना इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।"--राजेश खर्ब, कोषाध्यक्ष, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा। db
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