चंडीगढ़ : बूट पालिश करने, भीख मांगने व झाड़ू लगाने के बाद अनुभव के आधार पर चयनित पीजीटी को नियुक्ति पत्र मिलने की उम्मीद जगी है। शिक्षा निदेशालय के बाहर छह दिन से भूख हड़ताल पर बैठे पीजीटी के साथियों की शनिवार को शिक्षा मंत्री से तो मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन अतिरिक्त शिक्षा निदेशक से मिलने में वे कामयाब रहे। अभी तक शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी ने न तो पीजीटी की सुध ली थी, न ही कोई मिलने को तैयार था।
पीजीटी के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पहले तो शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से मिलने का प्रयास किया, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाईं। इसके बाद बड़ी मुश्किल से पीजीटी अतिरिक्त शिक्षा निदेशक एमके आहुजा तक पहुंचने में सफल हुए। अतिरिक्त शिक्षा निदेशक ने गंभीरता से पीजीटी की बात को सुनने के बाद उनसे भूख हड़ताल खत्म करने के लिए कहा। पीजीटी ने आहुजा से दो टूक कह दिया कि वे बिना नियुक्ति पत्र लिए घर नहीं जाएंगे। आहुजा ने उच्च अधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद पीजीटी को आश्वस्त किया कि तीन-चार दिन के भीतर उनके ज्वाइनिंग आर्डर विभाग की वेबसाइट पर डाल दिए जाएंगे। शिक्षा निदेशालय के अधिकारी नियुक्ति पत्र तैयार करने की प्रक्रिया में ही जुटे हुए हैं। चयनित पीजीटी लखविंदर ने बताया कि छह दिन से उनका धरना चल रहा है व भूख हड़ताल चौथे दिन में प्रवेश कर गई है। अनिल कुमार, दिलबाग सिंह, मनीष कुमार, राजीव, मुकेश आर्य भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। पीजीटी का संघर्ष नियुक्ति पत्र मिलने पर ही खत्म होगा।
परमदीप कौर व गुरकीरत कौर ने बताया कि बीते दिसंबर महीने में चयन होने के बाद कर्मचारी कोड व स्टेशन आवंटित होने पर अनेक पीजीटी अपनी पुरानी नौकरियां छोड़ चुके हैं। पांच माह से घर बैठे होने के कारण परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। शिक्षा विभाग ने आश्वासन के मुताबिक जल्द नियुक्ति पत्र जारी न किए तो चयनित सभी 625 पीजीटी निदेशालय के बाहर परिवार सहित भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।
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