** लू की चपेट में आने से धरने पर बैठे अनेक पीजीटी का स्वास्थ्य बिगड़ा
चंडीगढ़ : रिक्शा चलाए, गाड़ियां साफ की, बूट पालिश किया व सड़कों पर झाड़ू तक लगाया। लेकिन, शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों को रहम नहीं आया। अनुभव के आधार पर चयनित पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स) शिक्षक शिक्षा निदेशालय के बाहर बीते 14 दिन से धरने पर बैठे हैं, क्रमिक भूख हड़ताल के भी दस दिन पूरा हो चुके हैं। बावजूद इसके नियुक्ति पत्र देने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शिक्षा मंत्री से लेकर अधिकारी तक आश्वासन दे रहे हैं।
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने 7 जून व शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक एमके आहूजा ने 3 जून तक नियुक्ति पत्र जारी करने का आश्वासन दिया था। जो पूरा नहीं हो पाया। 6 जून को सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक विवेक अत्रे ने पीजीटी से 11 जून तक की मोहलत मांगी है, उन्होंने दावा किया है कि हर हाल में आगामी बुधवार तक वेबसाइट पर आदेश डाल दिए जाएंगे। अब पीजीटी की निगाहें महानिदेशक के आश्वासन पर टिकी हुई हैं। पंचकूला में शिक्षा निदेशालय के बाहर धरने व भूख हड़ताल पर बैठे गुरदेव, गुरमेल, रविंद्र, हरभजन और हरि कृष्ण के लिए पल-पल काटना मुश्किल हो रहा है। भीषण गर्मी में लू के थपेड़ों से पार पाना पीजीटी के लिए चुनौती से कम नहीं है। लू लगने से अनेक शिक्षक उल्टी व दस्त का शिकार हो चुके हैं। धरने पर बैठी प्रभजोत कौर की मासूम बच्ची भी बीमार पड़ गई है। अगर जल्द नियुक्ति पत्र न मिले तो बढ़ते तापमान के बीच आंदोलन को लंबा खींचना पीजीटी के लिए मुश्किल भरा होगा। चयनित पीजीटी लखविंद्र व गुरदेव ने बताया कि शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री से पंचकूला में मिलने की कोशिश की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से अपना ज्ञापन सौंपा है। उम्मीद है कि जल्द नियुक्ति पत्र मिल जाएंगे। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी से पीजीटी का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा है। अधिक देरी होने पर कोई अनहोनी अगर हो गई तो लेने के देने पड़ जाएंगे। उन्होंने शिक्षा मंत्री व विभाग के अधिकारी से जल्द नियुक्ति आदेश जारी करने का आग्रह किया है, चूंकि चयन के बाद उन्हें कर्मचारी कोड व स्टेशन तो बीते वर्ष दिसंबर महीने में ही आवंटित हो चुके हैं। dj
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