** हरियाणा बोर्ड के अधिकारियों को सायंकालीन परीक्षा से डेढ़ घंटा पहले पता चल गया था अंग्रेजी के पेपर लीक का
** बोर्ड के आदेश देरी से मिलने से कई केंद्रों पर हो गई परीक्षा, बोर्ड परीक्षा रुकवा पाया, पता लगा पाया, कैसे लीक हुआ पेपर
भिवानी : हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के पहले ही दिन बुधवार को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक हो गया। परीक्षा रद्द करनी पड़ी। अब परीक्षा कब होगी, इसकी तिथि बाद में घोषित होगी। बोर्ड को प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना परीक्षा से 1:30 घंटा पहले मिल गई थी। लेकिन बोर्ड प्रशासन तो सभी केंद्रों पर परीक्षा को रुकवा पाया और अब तक यह पता लगा पाया कि प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ। जहां परीक्षा हुई वहां नकल के कुल 161 केस पकड़े गए। एक पर्यवेक्षक को ड्यूटी से रिलीव किया गया है।नकल रोकने को बोर्ड ने वॉट्सएप नंबर जारी किया था। दोपहर एक बजे सोनीपत रोहतक से बोर्ड को सूचना मिली कि प्रश्न पत्र बाजार में बिक रहा है। अधिकारियों को 1:13 बजे प्रश्न पत्र की फोटो कॉपी वॉट्सएप पर मिली। कॉपी मिलान करने पर यह सही पाया गया।
ये है प्रक्रिया
प्रश्न-पत्र जिला मुख्यालय पर पहले पहुंचा दिए जाते हैं। परीक्षा के दिन विभागीय कर्मचारी यहां से सुबह 7 बजे प्रश्न-पत्र तहसीलों में पहुंचाते हैं। यहां से 9 बजे केंद्र अधीक्षकों को प्रश्न-पत्रों के बंडल दिए जाते हैं। गौरतलब है कि सुबह 11 बजे तथा सायं ढाई बजे परीक्षा शुरू होती है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रश्न-पत्र सुबह 10 बजे के करीब ही लीक हुआ होगा।
दो समय उठाए जाएंगे पेपर
बोर्ड ने जिला मुख्यालय से प्रश्न पत्र उठाने के समय में बदलाव किया है। सुबह की परीक्षा के प्रश्न पत्रों के पैकेट प्रात: 8 बजे तथा सायंकालीन परीक्षा के प्रश्न पत्रों के पैकेट दोपहर 12.30 बजे से वितरित होंगे। केंद्र अधीक्षक स्वयं या उन द्वारा प्राधिक्तपर्यवेक्षक या लिपिक को अथॉरिटी लेटर देकर प्रश्न पत्रों के पैकेट प्राप्त कर सकते हैं। पैकेट प्राप्त करने वाले व्यक्ति को पहचान पत्र फोटो प्रति सहित लाना होगा।
फैसला लेने में देरी
प्रश्न पत्र लीक कैसे हुआ यह पता लगाना बोर्ड के लिए अब चुनौती होगा। यह सब फैसला लेने में देरी के कारण हुआ। सायंकालीन परीक्षा 2:30 बजे शुरू होनी थी और प्रश्न पत्र की कॉपी 1:13 बजे बोर्ड को मिल गई थी। कॉपी जांचने और परीक्षा स्थगित करने के आदेश में करीब 1 घंटा लग गया। तब तक सभी केंद्रों में प्रश्न पत्रों के बंडल खुल चुके थे। परीक्षा स्थगित की सूचना केंद्र अधीक्षकों तक समय रहते पहुंच जाती तो यह आसानी से पता लग सकता था कि प्रश्न पत्र कहां से लीक हुआ। db
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