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Thursday, 12 March 2015

73,370 कंप्यूटर, 3335 लैब, 6187 टीचर, परिणाम जीरो

कैथल : शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में बेशक फ्री कंप्यूटर शिक्षा देने के दावे कर रहा हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। शिक्षा विभाग की फाइलों में बेशक बच्चों को एमएस आफिस सिखाया जा रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश की 3,335 कंप्यूटर लैबों पर पौने 2 महीनों से ताले लटके पड़े हैं। पिछले 52 दिनों से कंप्यूटर टीचर व लैब सहायक कंप्यूटर लैबों को ताले लगाकर पंचकूला हड़ताल पर बैठे हैं। लैबों को ताले लगने के कारण करोड़ों के कंप्यूटर बंद कमरों में धूल फांक रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की तर्ज की पर सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने की योजना शुरू की। पहले यह शिक्षा प्रदेश के हाई स्कूलों व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में शुरू की। इस योजना के तहत राज्य के 3335 स्कूलों में यह शिक्षा दी जाने लगी। लेकिन पिछले 52 दिनों से प्रदेश के करीब 7 लाख से अधिक बच्चों को इस शिक्षा का लाभ नहीं मिल रहा है। क्योंकि अध्यापक लैबों को ताले लगाकर पंचकूला धरने पर बैठे हैं।
कंपनियों ने किया धोखा
टीचरों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने तीन प्राइवेट कंपनियों को कम्प्यूटर शिक्षा का ठेका दे दिया। इन कंपनियों के तहत वो स्कूलों में बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दे रहे हैं। लेकिन इन तीनों कंपनियों ने न केवल शिक्षा विभाग व सरकार के साथ धोखा किया बल्कि उनके साथ छलावा किया। उनसे सिक्योरिटी के तौर पर 24 हजार रुपए लिए गए और 2250 रुपए ट्रेनिंग के नाम पर लिए गए। टीचरों का कहना था कि इन तीनों कंपनियों ने प्रदेश के 3335 कम्प्यूटर लैब सहायकों व 2852 कंप्यूटर टीचरों का वेतन भी नहीं दिया। उनकी मांग है कि पहले उन्हें पिछले 13 महीने का बकाया वेतन दिया जाए। उनका 13 महीने का बकाया वेतन करीब 32 करोड़ बनता है।
कंप्यूटर हो रहे खराब
अध्यापकों के हड़ताल पर जाने की वजह से जहां प्रदेश के 7 लाख से अधिक बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा नहीं मिल रही है। वहीं लैब भी बंद पड़ी हैं। लैब बंद होने से कंप्यूटर खराब हो रहे हैं। यदि इसी तरह रहा तो लाखों रुपये के ये कंप्यूटर सफेद हाथी बन जायेंगे, जिसकी जिम्मेवारी विभाग की होगी।
13 महीने से नहीं मिला वेतन
इस बारे में जब कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रवक्ता सुरेश नैन से बात की गई तो उन्होंने कहा सरकार की गलत कार्यप्रणाली के चलते स्कूल कंप्यूटर लैब बंद हैं। उन्हें जब 13 माह से वेतन नहीं नहीं मिला तो वो भला फ्री में कैसे पढ़ाए। उन्होंने कहा कि वो पिछले 52 दिन से हड़ताल पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं। पुलिस ने दो पानी उनके ऊपर लाठी चार्ज भी किया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वो आंदोलन जारी रखेंगे। इसी कड़ी में वो 12 मार्च को विधानसभा का घेराव भी करेंगे।                                          dt100315

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