करनाल : सरकार व शिक्षा विभाग पूरे पाठयक्रम से परीक्षा लेने वाला निर्णय तत्काल वापस ले और अगले सत्र से इसे लागू किया जाए। इसके साथ ही अध्यापकों को पढ़ाते हुए वीडियोग्राफी बंद की जाए। एसेसमेंट के नाम पर ढकोसला बंद किया जाए और शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए धरातल पर काम हो। उपरोक्त मांग हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने की है।
संघ के पूर्व प्रदेश सचिव कृष्ण कुमार निर्माण, पूर्व जिला प्रधान बलराज सिंह, पूर्व जिला प्रधान नरेंद्र चोपड़ा, पूर्व जिला सचिव जयप्रकाश शास्त्री, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष मुनीष कुमार गुप्ता ने कहा कि यदि शिक्षा विभाग ने अपने उपरोक्त निर्णय वापस नहीं लिए तो प्रदेशभर के शिक्षक परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे।
कृष्ण कुमार निर्माण ने कहा कि यदि प्रदेशभर के किसी एक भी गेस्ट टीचर या कंप्यूटर टीचर लेबर सहायक को हटाया गया तो भी शिक्षक आंदोलन करने से नहीं चूकेंगे। सरकार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के और रिक्त पदों पर स्थाई भर्ती करने की बजाय कर्मचारियों में विरोध पैदा करने के निर्णय लेकर आंदोलन के लिए प्रेरित कर रही है। सरकार कर्मचारियों की सुविधाओं को छीनने का प्रयास न करे।
ये हैं मांगें
अध्यापक प्रतिनिधि ने मांग की कि पांचवीं कक्षा की परीक्षा के दौरान ड्यूटी देने वाले शिक्षकों को टीए/डीए दिया जाए व टीचरों की ड्यूटी आठ किलोमीटर के दायरे के मध्य हो, उन्हीं से पेपर मार्किग करवाई जाए व स्वतंत्र मिडिल, प्राथमिक विद्यालयों पार्ट टाइम स्वीपर व चौकीदार की व्यवस्था की जाए, कोई भी डाक बार-बार न मांगी जाए। जिला स्तर पर एलटीसी, मेडीकल मिल, जीपीएफ एडवांस, मकान ऋण, एसीपी, ईआरएआर, पे फिक्शेसन आदि मामलों को तत्काल हल किया जाए अन्यथा एक मोर्चा जिला स्तर पर भी खोला जाएगा। dj
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