चंडीगढ़ : हरियाणा के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि विभाग ने 11 मार्च को सरकार को पत्र लिखकर मास्टर वर्ग में काम कर रहे 4073 गेस्ट टीचर की सेवा समाप्त करने को लिखा है, क्योंकि यह गेस्ट टीचर सरप्लस काम कर रहे हैं।
सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि गलत ढंग से लगे 519 गेस्ट टीचर को हटा दिया गया है। 9870 जेबीटी टीचरों के चयन की तकनीकी जांच चल रही है संभवत: वो 31 मार्च तक पूरी हो जाए। उनको नियुक्ति देने के बाद सरकार सरप्लस गेस्ट टीचर को हटाने का आदेश जारी कर देगी। सरकार ने पीठ को बताया कि टीजीटी व पीजीटी के पदों पर काम कर रहे गेस्ट टीचरों की जगह प्रमोशन कर टीचर लगाए जाएंगे। विभाग ने बाकि बचे टीचर को प्रमोशन करके हटा दिया जाएगा। विभाग जल्द ही 7000 के करीब पीजीटी टीचर की भर्ती के लिए सरकार को लिख रहा है।
याचिकाकर्ता के वकील ने पीठ को बताया कि सरकार ने हजारों भर्ती कर ली लेकिन गेस्ट को हटाया तक नहीं। इस पर सरकार ने कहा कि नियमित टीचर आते ही गेस्ट को हटाया जा रहा है। इस पर सरकार को फटकार लगाते हुए पीठ ने कहा कि अभी तक नियमित टीचरों की नियुक्ति क्यों नहीं की गई और गेस्ट हटाए क्यों नहीं गए?
पीठ को बताया गया कि सरकार खुद हाईकोर्ट में स्वीकार कर चुकी है कि मास्टर तय संख्या से ज्यादा काम कर रहे हैं लेकिन वह गेस्ट को फिर भी हटा नहीं रही। बेंच ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि चयनित जेबीटी टीचर की तकनीकी जांच करने के लिए सरकार कितना समय खराब कर चुकी है। इनकी जांच कर नियुक्ति देकर गेस्ट को क्यों नहीं हटा रही। पीठ को सरकार की तरफ से बताया गया कि राज्य में कुल 15993 गेस्ट टीचर काम कर रहे हैं जिनमें 5070 मास्टर, 2950 पीजीटी, 1696 सीएडवी और 6277 जेबीटी टीचर हैं। dj
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