भिवानी/सोनीपत : कहते हैं दूध का जला भी छाछ को फूंक-फूंक कर पीता है। 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का पेपर लीक होने के बाद अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड संभाल कर कदम उठा रहा है। दोबारा से ऐसी कोई घटना ना हो, इसके लिए बोर्ड ने तकनीक का सहारा लिया है। पेपर लीक से निपटने के लिये बोर्ड अब एप्स का सहारा ले रहा है। नयी योजना के अंतगर्त अब परीक्षा केंद्र प्रभारी को पेपर का बंडल खोलते ही फोटो खींचनी होगी, जैसे ही वह फोटो खीचेंगा इस एप्स की मदद से बोर्ड को पूरी जानकारी मिल जायेगी। वहीं, इस नियम की लापरवाही करने वाले प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। ये योजना सोमवार से अमल में आएगी। इस योजना को सही ढंग से लागू करने के लिए शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने रविवार को जिले के सभी केंद्र प्रभारियों को विशेष ट्रेनिंग दी। जिले में करीब 99 परीक्षा केंद्र हैं। सभी केंद्र प्रभारी को मोबाइल के माध्यम फोटो खींचने व उसे भेजने के बारे में विस्तार से समझाया गया। यही नहीं उन्हें सख्त चेतावनी भी दी गई कि अगर किसी सेंटर इंचार्ज ने फोटो भेजने में लापरवारी बरती तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती हैं। इस बारे में परीक्षा नियंत्रक नानक सिंह ने बताया कि पेपर लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए बोर्ड द्वारा नई योजना लागू की गई हैं।
देश का पहला बोर्ड होगा :
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ऐसी एप्स इजाद करने वाला संभवतया देश का पहला विद्यालय शिक्षा बोर्ड बन गया है। अगर ये तकनीक कामयाब होती है तो हरियाणा बोर्ड के साथ साथ दूसरे बोर्ड भी इसी प्रकार की तकनीक का सहारा परीक्षाओं के आयोजन में लेंगे, इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
क्या है सिक्योर एग्जाम्स एप्स
सिक्योर एग्जाम्स नाम से ईजाद की नयी वेब एप्लीकेशन के जरिए संबंधित परीक्षा केन्द्र पर प्रश्रपत्र की सील खोलने का फोटो लेते ही बोर्ड मुख्यालय को एसएमएस मिलेगा। वहीं जब इस फोटो को जब अपलोड किया जाएगा तो दूसरा एसएमएस आएगा जो कि रेफरेंस नंबर भी देगा। ऐसे में अब प्रश्न खोलने का फोटो लेना जहां हर परीक्षा केन्द्र पर अनिवार्य होगा, बल्कि इस एप्स के जरिए उसे तुरंत अपलोड भी करना होगा। अगर कहीं नेटवर्क की समस्या की वजह से अपलोड करने में दिक्कत भी होगी तो जब उसे बाद में अगर अपलोड किया जाएगा तो भी बोर्ड को पूरी जानकारी समय सहित मिल जाएगी। वहीं अगर कोई प्रश्रपत्र पहले भी खोलता है तो उसकी जानकारी भी बोर्ड को मिल जाएगी व साथ ही पेपर लीक के मामलों का तुरंत पटाक्षेप भी हो सकेगा।
क्या कहते हैं बोर्ड अधिकारी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव पंकज ने बताया कि इस तकनीक से न केवल पेपर लीक होने की जानकारी तुरंत मिल पाएगी, बल्कि परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा संबंधी दूसरी गतिविधियों का ब्योरा भी बोर्ड मुख्यालय को मिल पाएगा। यह पहले प्रदेश के 6 जिलों में इस पायलट प्रोजेक्ट को प्रयोग के तौर पर लागू किया जा रहा है। dt
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