पंचकूला : मांगों को लेकर 57 दिन से सेक्टर-5 स्थित हैफेड के पीछे धरने पर बैठे कंप्यूटर टीचर एक सप्ताह से डटे लैब सहायकों समेत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय घेरने निकले कंप्यूटर टीचरों को सेक्टर 1-2 के पास पुलिस ने रोकने की कोशिश की। टीचर डटे तो पुलिस ने लाठियां बरसाईं पानी की बौछारें की।
वहीं, विधानसभा का घेराव करने निकले लैब सहायकों पर पहले चंडीगढ़ पुलिस और बाद में पंचकूला पुलिस ने लाठियां भांजीं। इनमें 12 लैब सहायक घायल हो गए, जिन्हें सेक्टर-6 के जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अनुबंधित संघ सदस्यों ने भी प्रदर्शन किया।
3 संगठन : करीब 10 हजार कर्मी
12 लैब असिस्टेंट घायल
घायल सहायकों में नवीता अंजू, सुमनलता, अरुणदीप के अलावा अन्य प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं। रोहतक की एक कर्मचारी सुदेश इस दौरान बेहोश भी हो गई।
3 बार बल प्रयोग
एनएच-73 को जाम करने निकले। पुिलस ने बीच में ही रोका। आगे बढ़े तो पुिलस ने 3 बार लाठियां बरसाईं। एसोसिएशन प्रधान बलराम धीमान ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है।
नहीं आई एंबुलेंस ...तो खुद ही लेकर दौड़े
जैसे ही सहायक चंडीगढ़ की ओर बढ़े पुलिस ने लाठियां भांजीं। घायल हुए कर्मियों को एंबुलेंस होने के कारण 25 मिनट तक अस्पताल नहीं ले जाया जा सका। प्रदर्शनकारी उन्हें खुद ही लेकर दौड़ पड़े।
कितने दिन से आंदोलन किन कर्मियों की क्या हैं मांगें
कंप्यूटर टीचर : 2852कंप्यूटर टीचर, 57 दिन से धरने पर डटे हैं
मांगें: 14 माह का रुका वेतन िदया जाए, दोषी कंपनियों को बाहर किया जाए, शिक्षा विभाग सभी कर्मचारियों को समायोजित करे।
लैबसहायक : 713 सहायक सप्ताहभर से धरने पर
मांगें: 18माह का रुका वेतन दिया जाए, न्यूनतम वेतन 15 हजार किया जाए, सभी को पक्का िकया जाए।
स्वास्थ्य कर्मचारी : 100 से ज्यादा अनुबंधित संघ के कर्मियों ने धरना दिया।
मांग: नौकरी पर वापस बुलाया जाए।
हुडा कर्मी : सैकड़ोंकर्मियों ने धरना दिया।
चेतावनी: मांगेंपूरी नहीं होने पर दोबारा धरना। db
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