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Sunday, 3 May 2015

4073 अतिथि अध्यापकों को हटाने के विरोध में कल से होंगे प्रदर्शन

** अतिथि अध्यापकों ने बैठक कर जताया सरकार के खिलाफ रोष 
** सोमवार से होंगे मंडल स्तर पर प्रदर्शन, आठ को करनाल में महापड़ाव 
कुरुक्षेत्र : जाट धर्मशाला में देर शाम को जाट धर्मशाला में हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई, जिसमें भाजपा सरकार के खिलाफ रोष जताया गया। वहीं बैठक में सोमवार से प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का भी फैसला लिया गया। प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि सोमवार से मंडल स्तर पर प्रदर्शन और पुतले फूंके जाएंगे, जिसमें सोमवार को अम्बाला मंडल पर अनिल विज, मंगलवार को गुड़गांव मंडल पर रामबिलास शर्मा, बुधवार को हिसार मंडल पर कैप्टन अभिमन्यु और गुरुवार को रोहतक मंडल पर ओपी धनखड़ को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इसके बाद आठ मई को करनाल में महापड़ाव किया जाएगा। 
अतिथि अध्यापकों ने कहा कि एक ओर तो चुनाव से पहले वादे कर अतिथि अध्यापकों उनके परिवारों से भाजपा सहयोग की गुहार लगा रही थी वहीं अब सत्ता मिलने के बाद अतिथि अध्यापकों को हटाने के आदेश दिया जा रहा है। जिसे अतिथि अध्यापक किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। संघ के प्रदेश प्रवक्ता राजेश शर्मा ने सरकार शिक्षा मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने अतिथि अध्यापकों को हटाने के उद्देश्य से साजिश के तहत कोर्ट में हलफनामा दिया। एक ओर तो सरकार स्कूलों में खाली पड़े हजारों पदों से परेशान है वहीं दूसरी ओर अतिथि अध्यापकों को वर्कलोड का बहाना बनाकर हटाने का कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर रही है। 
सरकार ने किया कोर्ट को गुमराह 
संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री ने बताया कि हाईकोर्ट अतिथि अध्यापकों को नहीं हटाना चाहती। लेकिन सरकार ने टीसी गुप्ता के माध्यम से 4073 अतिथि अध्यापकों को हटाने का हलफनामा दायर किया था। जिसके चलते कोर्ट ने अध्यापकों को हटाने के आदेश दिए हैं। ये अतिथि अध्यापक पिछले नौ सालों से स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। ऐसे में एकदम से इन शिक्षकों को सरकार ने सड़क पर लाने का काम किया है। प्रदेश प्रवक्ता राजेश शर्मा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। ऐसे में प्रदेश सरकार का वर्कलोड के नाम पर अतिथि अध्यापकों को हटाना पूरी तरह से अन्याय है।

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