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Tuesday, 12 May 2015

अगर सरकार नहीं करेगी तो कोर्ट से होंगे पक्के : गेस्ट टीचर

** डटकर लड़ेंगे अदालत से रोड की लड़ाई   
** प्रदेश सरकार झूठ को छोड़कर सच्चाई पेश करे
करनाल : प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि गेस्ट टीचरों का स्कूलों में अनिश्चित काल के लिए बहिष्कार जारी है। उन्होंने कहा कि गेस्ट टीचर हर हाल में नियमित होकर रहेंगे। नियमित होने के लिए सभी गेस्ट टीचर कोर्ट रोड की डटकर लड़ाई लड़ेंगे। जब तक सरकार उन्हें नियमित नहीं करती तब तक वो स्कूलों का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे। सरकार षड्यंत्र के तहत गेस्ट टीचरों को हटाना चाहती थी, लेकिन सरकार ने गेस्ट टीचरों के आक्रोश को देखते है एक बार फिर कोर्ट में अपना बयान से पलटना पड़ा। 
लाखों बच्चों को होना पड़ रहा पढ़ाई से वंचित 
संघ के प्रदेश प्रवक्ता अजय लोहान ने कहा कि गेस्ट टीचरों का आंदोलन अब जन आंदोलन बन गया है जिसमे अनेक अनेक कर्मचारी संगठन भी बढ़ चढ़कर समर्थन कर रहे है। उन्होंने बताया कि पिछले चार दिन से सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली है। सरकार की इस हठधर्मिता के कारण गेस्ट टीचरों में रोष बढ़ता जा रहा है और प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लाखों बच्चों को पढ़ाई से वंचित होना पढ़ रहा है। 
4073 से तलवार हटी, कुछ पर तलवार लटकी 
सुखविंद्रसिंह ने कहा कि 11 मई को कोर्ट में सरकार ने जो पक्ष रखा है। उसके आधार पर कोर्ट ने जिस ढंग से सवाल जवाब किए हैं उसे जाहिर होता है कि 4073 से सरप्लस की तलवार हट गई है। हालांकि कुछ लोगों पर सरप्लस की तलवार लटकी हुई है, क्योंकि सरकार ने कहा है कि उक्त गेस्ट टीचर टेक्नीकली सरप्लस हैं, लेकिन ग्राउंड लेवल पर नहीं है। मगर टीचर हार मानने वाले नहीं हैं। उनका संघर्ष जारी रहेगा। 
कुर्सी पर बैठाना जानते हैं तो घसीटना भी जानते हैं 
अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार कोर्ट को गुमराह कर रही है। झूठे आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। वे लोग किसी को कुर्सी पर बिठाना जानते हैं तो घसीटना भी जानते हैं। इतिहास में ऐसा दिन आए सरकार इस बात को समझे। गेस्ट टीचर सरकार को उसके घटिया मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे।
75वर्षीय खजानी भी पहुंची समर्थन देने 
महापड़ाव में सोमवार को गेस्ट टीचरों का ही नहीं बल्कि 95 वर्षीय बुढ़िया खजानी देवी 90 वर्षीय हुक्म चंद भी गेस्ट टीचरों के समर्थन में आए और मुख्यमंत्री से गेस्ट टीचरों को तुरंत नियमित करने की मांग की। अजय लोहान ने बताया कि सोमवार को माननीय हाई कोर्ट में गेस्ट टीचरों की पेशी थी जिसमे उन्हें आगामी 27 मई तक की राहत मिल गई है। 
बच्चों ने देशभक्ति गीतों से बढ़ाया हौसला 
गेस्ट टीचरों की लड़ाई में अब उन्हें बच्चे भी मैदान में कूद पड़े है। उन्होंने अनेक देशभक्ति के गीतों से सभी गेस्ट टीचरों का हौसला बढ़ाया। 
पंडाल को ही बनाया आशियाना 
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के महासचिव पारस शर्मा ने बताया कि नियमित होने तक गेस्ट टीचर किसी भी सूरत में पंडाल को छोड़कर नहीं जाएंगे। सभी गेस्ट टीचरों ने पंडाल को ही अपना आशियाना बना लिया है और उसी के नीचे दिन रात सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहते हैं। आगे भी करते रहेंगे।                                                          db

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