उचाना : राजकीय स्कूलों में अब पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक बच्चों के लिए बनने वाले मिड-डे मील अब मिट्टी के चूल्हे पर नहीं बनेगा। मिड-डे मील बनाने वाली रसोई में से अब धुआं उठता भी दिखाई नहीं देगा। अब स्कूल में मिड-डे मील की रसोई में एलपीजी सिलेंडर का उपयोग करना होगा। मिड-डे मील अब गैस चूल्हे पर बनेगा। जिन स्कूलों में अब भी चूल्हे पर मिड-डे मील बन रहा है उनको जल्द से जल्द एलपीजी चूल्हे पर मिड-डे मील बनाने के निर्देश दिए गए।
पानीपत में मिट्टी के चूल्हे का मामला आया प्रकाश में :
विभाग को नेशनल ह्यूमन राइट कमिशन नई दिल्ली से शिकायत प्राप्त हुई कि पानीपत जिले के राजकीय स्कूल में मिट्टी के चूल्हे पर मिड-डे मील बनने बनाया जा रहा है। इसका जिक्र मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को को लिखे गए पत्र में किया गया है।
एलपीजी वितरण बनता है बाधा:
राजकीय स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील एलपीजी पर बनने के दौरान एलपीजी कनेक्शन, सप्लाई कई बार बाधा बनती है। इसको लेकर स्कूल मुखिया इस तरह की शिकायत भी अपनी रिपोर्ट में करते रहे हैं। इसलिए राजकीय स्कूलों में मिड-डे मील के लिए एलपीजी को लेकर परेशानी हो इसके लिए जिला उपायुक्तों से अनुरोध कर गैस एजेंसियों को निर्देश देने के लिए कहा गया है ताकि इस योजना को सुचारू रूप से चलाने मिड-डे मील रसोई मेंं गैस सिलेंडर उपलब्ध हो सकें।
स्कूल मुखियाओं को दिए निर्देश
"राजकीय स्कूलों में मिड-डे मील रसोई में मिट्टी के चूल्हे की जगह एलपीजी गैस इस्तेमाल करने के निर्देश निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए हैं। जिन स्कूलों में अब भी चूल्हे हैं उनके स्कूल मुखियाओं को निर्देश देकर एलपीजी सिलेंडर रसोई लेने के निर्देश दिए गए हैं।"-- -धर्मबीरसिंह, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, उचाना db
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