गन्नौर : कागजों में तो ठीक हैं एजुसेट पर ग्राउंड पर खराब हैं। अब चार सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विद्यार्थियों से सीधी बात करेंगे। इसके लिए चंडीगढ़ से अधिकारी सरकारी स्कूलों के निरीक्षण पर लगे हुए हैं। विद्यालयों की हालत बहुत अच्छी नहीं है। एजुसेट चलते नहीं तो प्रधानमंत्री की स्पीच विद्यार्थी कैसे सुनेंगे।
रिपोर्ट तो दी एजुसेट चल रहे हैं यहां तीन साल से खराब: चंडीगढ़से आए प्रशासनिक अधिकारी आरके गर्ग सरकारी स्कूलों में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। शुक्रवार को उन्होंने मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां सबसे पहले एजुसेट के बारे में पूछा जी वो तो तीन साल से काम नहीं कर रहा है। गर्ग ने संबंधित जेई को फोन किया कि आप तो कहते हैं एजुसेट सेट चल रहे हैं यहां तो बंद पड़े हैं। आदेश दिया कि अभी इनको ठीक कराइए। कई ऐसे शिक्षा संस्थान है जहां पर चौकीदार की व्यवस्था नहीं है।
" एजुसेट नेटवर्क की रिपोर्ट हमसे मांगी गई थी वो भेज दी है। जहां खराब है उनको ठीक करने के लिए ऊपर से पूरी ग्राउंड रिपोर्ट मांगी गई थी वो हमने तैयार करके दे दी है। संभावना है कि जल्द ही ठीक करा दिए जाएंगे।'' -- विद्योत्मा,खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी।
बैट्री तो खरीद लीजिए
डिजिटल इंडिया को लेकर संचार व्यवस्थाओं को सरकारी शिक्षण संस्थाओं में खंड गन्नौर में 91 ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जहां यह आधुनिक शिक्षा देने के लिए यंत्र लगाए गए हैं। इनमें 10 काम कर रहे हैं आठ चोरी हो गए हैं। एक में बैट्री नहीं है। गर्ग ने कहा कि जिन स्कूलों में बैट्री नहीं है उनको खरीद लेनी चाहिए। पांच प्रतिशत खर्च की स्वीकृति तो विभाग ने दे रखी है। db
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