चंडीगढ़ : राज्य में व्यापक गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (क्यूआइपी) के हिस्से
के रूप में, प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को शैक्षिक रूप से पिछड़े ब्लॉकों
के चयनित सरकारी स्कूलों में विज्ञान और गणित विषयों के शिक्षण अधिगम में
सुधार के लिए एक नई पहल की घोषणा की। कार्यक्रम के पहले चरण में दस आरोही
मॉडल स्कूल को कवर किया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा पीके दास
ने यहां जानकारी देते हुए कहा कि हरियाणा ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन
ट्रस्ट (एआइएफटी) के सहयोग से ग्रेड-9 के छात्रों के लिए विज्ञान और गणित
के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के नेतृत्व पाठ्यक्रम की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा कि एआइएफटी अवंती लर्निग केंद्रों के सहयोग से मानकीकृत
कक्षा, शिक्षण सामग्री और गणित व विज्ञान में शिक्षण पद्धतियों में
शिक्षकों के साथ काम करेगा। सामग्री बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप द्वारा समर्थित
और वित्त पोषित है, जो माइकल और सुसान डेल फाउंडेशन के सहयोग से एक
राज्य-व्यापी गुणवत्ता सुधार भी कार्यक्रम चला रहा है।
पीके दास ने कहा कि
इस कार्यRम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आरोही स्कूलों के छात्र
दुनिया की सबसे अच्छी शिक्षण विधियों से लाभान्वित हों। साथ ही इन छात्रों
को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर रूप से तैयार करने पर जोर दिया
जाए।
सरकार का लक्ष्य प्रशिक्षित शिक्षकों की एक कोर का निर्माण करना है जो
इस पहल को आगे ले जाने और बड़े पैमाने पर स्थायी कर सकते हैं। उन्होंने
कहा कि यह कार्यक्रम शिक्षकों को कंप्यूटर-सक्षम सामग्री और उन्नत शैक्षणिक
तकनीकों का उपयोग करके छात्र की अवधारणाओं में सुधार लाने पर ध्यान
केंद्रित करने के लिए सक्षम बनाता है। विशेष रूप से डिजाइन सामग्री दोनों
छात्रों और शिक्षकों की अधिक से अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
सभी शिक्षकों को ई-सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी जो शिक्षक अपने कक्षाओं में
उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एआइएफटी के दानदाताओं द्वारा
वित्त पोषित है और राज्य सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। dj
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