अब तक
प्राइमरी स्कूल में एक ही शिक्षक पांच साल तक विद्यार्थियों का इंचार्ज
रहता आ रहा है। नई कक्षा में आने वाला नया इंचार्ज विद्यार्थियों के
शैक्षणिक स्तर का मूल्यांकन कर उसे उस कक्षा के लेवल तक लेकर आएगा। इस
संबंध में शिक्षा विभाग ने अधिकारियों को को कक्षाओं के इंचार्ज बदलकर
रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। प्राइमरी स्कूल में आने वाले विद्यार्थी को
पहली कक्षा से लेकर पांचवीं कक्षा तक एक ही शिक्षक पढ़ाता है। कई कारणों से
विद्यार्थी को बेसिक ज्ञान ही नहीं हो पाता। इसी के चलते शिक्षा विभाग ने
कक्षा दूसरी से लेकर नौवीं तक के इंचार्ज को बदलने के निर्देश दिए हैं।
स्कूलों में शिक्षकों को विद्यार्थियों की कौशल पासबुक भरनी होगी, जिसमें
कक्षा का पिछला इंचार्ज बताएगा कि विद्यार्थियों का मैथ, इंग्लिश तथा हिंदी कितना बेसिक ज्ञान है। कक्षा पहली से पांचवीं तक के
विद्यार्थियों के बारे में मैथ, इंग्लिश व हिंदी विषय के 15-15 प्रश्न
पूछे गए हैं।
"खंड शिक्षा कार्यालय से सभी स्कूलों में विद्यार्थी कौशल पासबुक पहुंचा दी
गई है। विद्यार्थी में शिक्षा का मूल्यांकन करने के लिए इंचार्ज बदले
जाएंगे। पिछला इंचार्ज बताएगा कि विद्यार्थी को कितना बेसिक ज्ञान है और
नया उसकी जांच करेगा। अगर कहीं कमी मिलती है तो विद्यार्थी को उस स्तर तक
लाया जाएगा। शिक्षकों को ट्रैनिंग देने के लिए सभी खंडों में मीटिंग की गई
है।"-- दयानंद सिहाग, उप जिला शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद
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