रायपुर : स्कूली बच्चों और उनके
पैरेंट्स को जल्द ही महंगी किताबों से निजात मिल सकती है। पूरे देश में
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से ही पढ़ाई
होगी। सरकार इसे सभी सीबीएसई स्कूलों के लिए अनिवार्य करने जा रही है। अगले
सत्र से यह शत-प्रतिशत लागू हो जाएगा।
यह जानकारी केंद्रीय स्कूल
शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने रविवार को रायपुर में दी। उन्होंने कहा, 'यह
मेरा संकल्प है कि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों में एनसीईआरटी
की किताबें ही पढ़ाई जाएं। अगले मार्च से यह लागू होगा।
सरकार का
उद्देश्य है कि बच्चों को सस्ती किताबें मिलें। दूसरे बोर्ड या राज्य की
परिषद भी अगर चाहेंगे तो एनसीईआरटी उन्हें मदद देगी।' उन्होंने कहा,
परिषदों को कोई परेशानी होगी या कुछ जरूरी परिवर्तन करना होगा तो हम इसके
लिए भी तैयार हैं। क्षेत्रीय कार्यशाला में यह मैंने स्पष्ट कर दिया है।
उन्होंने कहा, अनेक राज्यों ने रायल्टी देते हुए एनसीईआरटी के करिकुलम को
अपने यहां लागू करने की इच्छा जताई है। हमने कहा है कि अगर वे प्रिंट नहीं
कर सकते तो हम किताबों को प्रिंट करके भी देंगे। केंद्रीय शिक्षा सचिव अनिल
स्वरूप ने कहा कि अगले सत्र में सभी स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबें समय
पर मिलें, इसके लिए हम अगले महीने से तैयारी शुरू कर देंगे। हमारी जानकारी
के अनुसार इस साल लगभग सभी स्कूलों में समय से किताबें पहुंची हैं।
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