** आंसर-की में 14 सवालों के जवाब गलत, छह सवाल सिलेबस से बाहर के, परीक्षा दोबारा कराने की मांग
चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर
नियुक्ति के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया पर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं
ले रहा। अनियमितताओं के कारण भौतिकी, संस्कृत और कंप्यूटर साइंस की परीक्षा
रद होने के बाद अब भूगोल की परीक्षा पर भी सवाल उठ गए हैं। 1दिल्ली, उत्तर
प्रदेश, हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों के डेढ़ हजार से अधिक अभ्यर्थियों,
स्कॉलर और प्रोफेसरों ने हरियाणा लोक सेवा आयोग(एचपीएससी) के समक्ष
प्रश्नपत्र और आंसर-की में खामियां उजागर कर परीक्षा दोबारा से आयोजित
कराने की मांग की है। भूगोल के असिस्टेंट प्रोफेसर के 171 पदों के लिए विगत
पांच मार्च को हुई लिखित परीक्षा में करीब चार हजार अभ्यर्थी शामिल हुए
थे। कुरुक्षेत्र विवि के नीरज कुमार, गुलशन व राजकुमार, दिल्ली स्कूल ऑफ
इकोनॉमिक्स के निर्भव शर्मा, पूजा यादव व गीता, जवाहर लाल नेहरू
यूनिवर्सिटी, दिल्ली के अरविंद यादव, विशाल पूनिया व निशा, मदवि रोहतक के
कुलदीप हुड्डा, एकता व प्रताप सिंह और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के
धर्मेंद्र और संत प्रसाद ने बताया कि भूगोल परीक्षा की आंसर-की में 14
सवालों के जवाब गलत हैं। छह सवाल सिलेबस से बाहर के आए तो चार सवाल ऐसे थे
जिनके वैकल्पिक जवाबों में एक से अधिक उत्तर सही थे। इसके अलावा स्पेलिंग
में भी त्रुटियां थी। 1प्रश्नपत्र और आंसर-की में गलतियों की शिकायत
एचपीएससी में की गई तो आयोग ने ई-मेल के माध्यम से हार्ड कॉपी भेजने को
कहा। इस पर शिकायतकर्ताओं ने 9 मार्च को पंचकूला स्थित हेड ऑफिस में सारा
रिकॉर्ड भेज दिया।
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