राजधानी हरियाणा : हुड्डा सरकार में
भर्ती हुए हेड मास्टर के प्रमाण पत्र दो कमेटियों ने जांचे। दोनों कमेटियों
की रिपोर्ट में इस गड़बड़ी की ओर ध्यान नहीं दिया। ऐसा क्यों हुआ? अब
शिक्षा विभाग जांच में जुटा है।
शिक्षा विभाग के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी
पीके दास ने बताया कि कमेटियों में शामिल अधिकारियों की जांच होनी चाहिए,
क्योंकि गड़बड़ी यदि पहले ही चरण में पकड़ ली जाती तो इतना बड़ा मामला ही
होता। 251 हेड मास्टर भर्ती किए थे। भर्ती के लिए छूट थी कि निजी स्कूल में
पढ़ाने का अनुभव रखने वाले भी पात्र होंगे। अब कम से कम 30 हेड मास्टरों
के अनुभव प्रमाण पत्र संदेह के घेरे में हैं। ज्यादातर ने प्रमाण पत्रों के
पक्ष में कोई मजबूत साक्ष्य भी नहीं दिया। जो अनुभव प्रमाणपत्र लगाए गए,
इसमें कुछ तो ऐसे हैं जो एक ही स्कूल से एक ही सब्जेक्ट के लगाए हैं। जांच
की तो पाया कि उस स्कूल में तो बच्चे ही थोड़े हैं। ऐसे में नहीं सकता कि
कोई निजी स्कूल इतने टीचर रखेगा।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.