नई दिल्ली : जातिप्रमाण पत्र में पिता के नाम की अनिवार्यता को समाप्त करके
इसे आॅप्शनल किया जाए। यह सुझाव महिला एवं बाल विकास मंंत्री मेनका गांधी
ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय को दिया है। ताकि सिंगल मदर्स के
बच्चों को एडमिशन आदि में आसानी रहे।
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