सिरसा : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने लापरवाही की हद पार करते हुए
जिले के कई स्कूलों की उत्तरपुस्तिकाओं को जिले में ही मूल्यांकन के लिए
भेज दी है। इस सनसनीखेज खुलासे ने जहां बोर्ड की गोपनीयता को तार-तार कर
दिया है, वहीं उसकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। बोर्ड
कर्मचारियों की इस लापरवाही से इससे उत्तरपुस्तिका जांचने वाले अध्यापक भी
हैरान हैं। बता दें कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं व बारहवीं
कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हो गया है। नियमानुसार जिस
जिले के विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका होती है उसे जांचने के लिए दूसरे
जिलों के स्कूलों में भेजा जाता है। बोर्ड की ओर से उत्तर पुस्तिकाओं की
डी-कोडिंग की जाती है ताकि यह पता नहीं चल सके कि उत्तर पुस्तिकाएं किनकी
और कहां की हैं।
"उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन सही तरीके से किया जा रहा है।
बोर्ड को इस पर ध्यान देना चाहिए था। बोर्ड की उत्तरपुस्तिका इसी जिले में
भेजे दी है। इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा रहा है।"-- करतार
सिंह, मुख्य जांचकर्ता, राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल सिरसा
सिरसा जिले के स्कूलों की भेजी उत्तरपुस्तिका
बोर्ड की बारहवीं कक्षा
की की उत्तरपुस्तिका भेजी गई। सूत्रों के अनुसार सिरसा शहर के राजकीय मॉडल
सीनियर सेकेंडरी स्कूल की उत्तरपुस्तिका सिरसा के ही खैरपुर के राजकीय
सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भेजी गई है। वहीं रानियां के वीएन स्कूल की
उत्तर पुस्तिका राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में भेजी गई। वहीं दसवीं कक्षा
में पंजाबी विषय की जोधकां स्कूल की उत्तरपुस्तिका राजकीय मॉडल संस्कृति
में भेजी गई है। जबकि इन स्कूलों में उत्तरपुस्तिका जांचने वाले जिले के
अध्यापक हैं। ऐसे में बोर्ड की गोपनीयता भंग होना लाजिमी है।
ऐसे
हुआ खुलासा : विद्यार्थियों ने लिखे हैं फोन नंबर व घर का पता
बोर्ड की
उत्तरपुस्तिकाएं इसी जिले के स्कूलों की है, इसका पता उत्तरपुस्तिका जांच
रहे अध्यापकों को उसमें विद्यार्थियों द्वारा लिखे गए घर के पते व फोन नंबर
से लगा। यही नहीं उत्तरपुस्तिका में जिस परीक्षा केंद्र पर परीक्षा हुई उस
अधीक्षक का नाम भी लिखा हुआ है जिन्होंने परीक्षा के दौरान ड्यूटी दी थी।
जिससे अध्यापकों को पता लग रहा है किस स्कूल की उत्तरपुस्तिका हैं।
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