** ज्यादातर स्कूलों में ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं
भिवानी: सर स्कूल में बिजली तक नहीं, गर्मी ने किया बेहाल, स्कूलों का समय
बदल दीजिये। जी हां बच्चे स्कूलों में शिक्षकों के सामने इस प्रकार की बात
रख रहे हैं। गर्मी ने लोगों को बेहाल किया है। स्कूली बच्चे इससे ज्यादा
परेशान हैं। भिवानी क्षेत्र में तापमान 43 डिग्री तक पहुंचने से अनेक बच्चे
गर्मी से बीमार हो रहे है। बच्चों को नकसीर आने की बीमारी ज्यादा सामने आ
रही है। इसका कारण गर्मी का ही प्रभाव माना जा रहा है। इसके अलावा उलटी
दस्त भी बच्चों को चपेट में ले रहे हैं। जानकारी के अनुसार ज्यादातर
स्कूलों में बच्चों के लिए पीने के ठंडे पानी तक की व्यवस्था नहीं है। मिड
डे मील के बाद सबसे ज्यादा प्यास लगती है। लेकिन स्कूलों में तो पीने के
लिए पानी ही नहीं है। इतना नहीं स्कूलों में अव्वल तो पंखे नहीं और पंखे
हैं तो बिजली नहीं आती। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में तो सबसे बुरा हाल
है।
"स्कूलों में ठंडे पानी, बिजली की व्यवस्था कराने को लेकर शिक्षा विभाग
ठोस पहल करे। बच्चों और शिक्षकों के सामने सही व्यवस्था नही होने से
परेशानी ही परेशानी है। ग्रामीण इलाकों में तो सबसे ज्यादा परेशानी ङोलनी
पड़ रही है।"-- सतबीर तंवर, जिला अध्यक्ष, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन,
भिवानी।
बच्चे
हो रहे बीमार
कई अध्यापकों ने बताया कि गर्मी ज्यादा होने से बच्चों में
नकसीर आने की समस्या सबसे ज्यादा सामने आ रही हैं। इसके अलावा गर्मी में
चक्कर आना, उलटी दस्त होने जैसी समस्याएं भी बच्चों में सामने आ रही हैं।
स्कूलों में गर्मी से बचाव की व्यवस्था नहीं होने से अभिभावक भी परेशान
हैं।
स्कूलों का समय सुबह 8 से 2:30 बजे तक
शिक्षा विभाग से मिली
जानकारी के अनुसार फिलहाल स्कूलों का समय सुबह 8 बजे से दोपहर बाद 2:30 बजे
तक है। ऐसे में छुट्टी के इस समय में सबसे ज्यादा गर्मी होती है। तापमान
43 डिग्री के पार इस समय ही होता है। इतना ही नहीं लू के थपेड़ों का तो
कहना ही क्या। बच्चे तो दूर बड़े लोग भी इनको सह नहीं पाते हैं।
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