पहलेटर्म की परीक्षा 100 अंक की होगी। 20 अंक व्यवहार और शैक्षणिक गतिविधि के लिखित परीक्षा के 80 अंक। 20 अंक लिखित परीक्षा से पहले ही तय कर लिए जाएंगे। इनमें से 10 अंक पीरियोडिकल टेस्ट के रहेंगे। स्कूल द्वारा पीरियोडिकल टेस्ट की घोषणा तक कवर सिलेबस इसमें शामिल किया जाएगा। बाकी के 10 अंक दो जगह बंटेंगे। 5 नोटबुक सबमिट करने के और 5 अंक छात्र की समझ के। 20 अंक 80 अंकों की परीक्षा के साथ जोड़े जाएंगे। दूसरे टर्म की परीक्षा भी 100 अंक की ही रहेगी। इसमें भी 20 अंक छात्र की शैक्षणिक गतिविधि 80 लिखित परीक्षा के होंगे।
ऑनलाइन भी डालना होगा रिपोर्ट कार्ड
एसेसमेंटएग्जामिनेशन सिस्टम में बदलाव के बाद सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों को रिपोर्ट कार्ड ऑनलाइन भी डालने की अनिवार्यता दी गई है। छठी के दूसरे टर्म के अंतिम चरण में पहली टर्म का 10 फीसदी सिलेबस, 7वीं कक्षा के दूसरे टर्म की परीक्षा में पहले टर्म का 20 प्रतिशत सिलेबस, 8वीं के दूसरे टर्म के पेपरों में 30 प्रतिशत सिलेबस आएगा।
इसी सत्र से एसेसमेंट एग्जामिनेश सिस्टम में बदलाव
"नए सत्र से एसेसमेंट एग्जामिनेशन सिस्टम में बदलाव किया जा रहा है। पुराने फार्मेट पर ही सीबीएसई की परीक्षाएं कराने की गाइडलाइंस मिली है। इस गाइडलाइंस से स्कूल स्टाफ और बच्चों को अवगत करवा दिया गया है। यह फैसला सराहनीय है।"-- हेक्टर रविंद्र, प्रिंसिपल, दिल्ली पब्लिक स्कूल
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