चंडीगढ़ : सरकारी स्कूलों में दाखिलों के लिए बच्चों और अभिभावकों को
लुभाने के लिए सरकार ने नया दांव खेला है। शुक्रवार को शिक्षा मंत्री
रामबिलास शर्मा ने घोषणा की कि जो ग्राम पंचायत गांव के सभी बच्चों को
सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाएगी, उन्हें सरकार की ओर से सम्मानित किया
जाएगा।
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त के गांव भैंसवाल की पंचायत
द्वारा सभी विद्यार्थियों को निजी स्कूलों की अपेक्षा सरकारी स्कूलों में
दाखिला दिलाने के फैसले की सराहना करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि दूसरे
गांवों का भी इसका अनुसरण करना चाहिए। प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में
शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दे रही है। जुलाई 2015 से पहली से 8वीं कक्षा तक
मासिक परीक्षाएं शुरू कर दी गई हैं और नैतिक शिक्षा पर बल देकर
विद्यार्थियों को संस्कारी बनाया जा रहा है।
शर्मा ने कहा कि हरियाणा में
मौलिक, उच्च और सेकेंडरी शिक्षा का स्तर राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर है।
हर गांव के एक किलोमीटर के दायरे में प्राथमिक विद्यालय, 2.08 किमी में
उच्च विद्यालय और 2.7 किमी में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। सरकारी
स्कूलों के अध्यापक शैक्षणिक योग्यता से परिपूर्ण होते हैं और नई तकनीक के
अनुसार उन्हें शॉर्ट टर्म के कोर्स कराकर अपडेट रखा जाता है। उन्होंने उन
सरकारी अध्यापकों के प्रयास की भी सराहना की जो गांव में घूमकर अभिभावकों
को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
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