इस सबको देखते हुए अभिभावक स्कूल संचालक इस बार संभावना जता रहे हैं कि स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश तय समय से पहले भी हो सकते हैं। राजकीय ही नहीं निजी स्कूल संचालकों ने भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि चूंकि पहली प्राथमिकता बच्चों का स्वास्थ्य है इसलिए इस बार निजी स्कूल अलग से नहीं बल्कि राजकीय स्कूलों के साथ ही अवकाश की घोषणा करेंगे संभवत: यह अवकाश मई माह के दूसरे अथवा तीसरे सप्ताह में घोषित किए जा सकते हैं, तब तक अभिभावकों को इस बाबत पूरा सतर्क रहने की आवश्यकता है।
"सभी स्कूल संचालकों को इस समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बच्चों को स्वच्छ पेयजल मिले इसके लिए स्कूल मुखिया व्यवस्था की समीक्षा करें। इसके अतिरिक्त सुबह की प्रार्थना में भी गर्मी के असर पर ध्यान दिया जाए। अवकाश बाबत फैसला प्रदेश सरकार की ओर से किया जाएगा। उस घोषणा के बाद उसे सख्ती से लागू कराया जाएगा।''-- जिलेसिंह शर्मा, डीईओ, सोनीपत
"ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस बार गर्मी ज्यादा रहेगी, क्योंकि अभी से हवा काफी गर्म होने लगी है। निजी स्कूलों में अवकाश उसी समय कर दिए जाएंगे जब प्रदेश सरकार अपने अवकाश घोषित करेगी। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं हो इसे लेकर सभी स्कूल संचालक जागरूक हैं और पूरा ध्यान रख रहे हैं।''--अजमेरसिंह, जिला प्रधान, हरियाणा संयुक्त विद्यालय संघ।
मंत्री ने दी है हिदायत
प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने मौसम में रहे बदलाव को देखते हुए सभी स्कूल संचालकों को हिदायत दी है कि वे बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, अगर बच्चों की सेहत के साथ कोई खिलवाड़ होता है तो उसकी जिम्मेदारी स्कूल संचालक की होगी।
सरकारी स्कूलों में बिजली की दिक्कत
गरमी में सर्वाधिक परेशानी सरकारी स्कूलों के बच्चों को उठानी पड़ सकती है। क्योंकि बहुत स्कूलों में पर्याप्त पंखे नहीं हैं। बिल जमा करने के कारण कनेक्शन कटे हैं। वहीं लोड बढ़ने पर बिजली के लगने वाले अघोषित कटों के समय इन स्कूलों में बैकअप की भी व्यवस्था नहीं।
11 बजे के बाद लगे लू के थपेड़े
शनिवार को सुबह 11 बजे के बाद तेज हवा के साथ-साथ उड़ने वाली धूल लू चलने से सड़कें खाली दिखने लगी हैं। इससे आंखों में जलन से लेकर स्किन संबंधित परेशानी बढ़ रही है। पिछले शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा था। सात दिन बाद यानी शनिवार को जिले का अधिकतम 40.0 डिग्री और न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पांच दिन में पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है। तड़के से सुबह नौ बजे तक मौसम ठंडा होने और दिन में तेज धूप के चलते पसीना आने से लोग बीमार हो रहे हैं।
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