** कई नकलचियों को भी पकड़ा। अब मार्किंग में बोर्ड कोई भी कोताही नहीं बरतना चाहता है बोर्ड
हिसार : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
की परीक्षाओं में अगर किसी परीक्षार्थी को 90 प्रतिशत या इससे अधिक अंक
मिले तो उसकी काॅपी की दोबारा जांच की जाएगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा
बोर्ड के चेयरमैन ने मार्किंग में लापरवाही बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ
ही मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।
मार्किंग के दौरान अगर ऐसी कॉपियां पाई जाती हैं जिनमें परीक्षार्थी को 90
प्रतिशत अंक दिए गए हैं तो उन कॉपियों की दोबारा जांच कराई जाएगी।
गौरतलब
है कि बोर्ड ने नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पूरी मशीनरी का प्रयोग
किया था। बोर्ड से ही उड़नदस्ताें में शामिल किए गए अधिकारियों के नाम आए
थे। यही नहीं चेयरमैन स्वयं सभी क्षेत्रों के दौरे पर रहे हैं।
37.50 लाख उत्तर पुस्तिकाओं की होनी है जांच
10वीं
और 12वीं की परीक्षाओं में कुल 7.50 लाख परीक्षार्थियों ने कम से कम पांच
विषय की परीक्षा दी है। शिक्षा बोर्ड की मानें तो कुल 37 लाख 50 हजार
कॉपियाें का मूल्यांकन कार्य 27 मार्च से शुरू हो चुका है। 20 अप्रैल तक
मूल्यांकन केन्द्रों पर मार्किंग का कार्य चलेगा। वहीं मूल्यांकन कार्य का
निरीक्षण करने के लिए शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने भी केन्द्रों पर दौरा
करना शुरू कर दिया है।
नकल के 383 मामले आए पकड़े
शिक्षा बोर्ड ने
नकल रोकने को इस बार हर संभव प्रयास किए। संवेदनशील केन्द्रों पर सीसीटीवी
कैमरे लगवाए। ऑब्जर्वर की लापरवाही मिलने पर कार्रवाई भी की, इसके बावजूद
10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 383 मामले नकल के पकड़ में आए। इसमें
बोर्ड के अधिकारियों ने भी सर्वाधिक नकलचियों को पकड़ा। परीक्षा के दौरान
उत्तरपुस्तिका लेकर भागने वालों पर एफआईआर भी दर्ज की गई।
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