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Saturday, 1 April 2017

मार्किंग में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे गुरुजी

** 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने का मामला
** 50 फीसद से भी कम उपस्थिति दर्ज, बोर्ड ने मांगी सूची 
अंबाला शहर : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने में शिक्षक दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। शिक्षकों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण बोर्ड परीक्षा का परिणाम लटक सकता है। इस बात से सहमे भिवानी शिक्षा बोर्ड ने जिला शिक्षा अधिकारियों व सेंटर संचालकों को पत्रचार करके अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों की सूची मांगी है ताकि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। 
जिले की बात करें तो यहां पर अंबाला शहर और छावनी में करीब छह परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर 50 प्रतिशत या इससे अधिक शिक्षक गैर हाजिर चल रहे हैं। प्रेम नगर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए मार्किग सेंटर में सर्वाधिक शिक्षक गैरहाजिर चल रहे हैं। यहां पर ज्यादातर विषयों के गुरुजी की उपस्थिति 40 प्रतिशत से अधिक नहीं है। हालांकि जीआरएसडी सेंटर में एक शिक्षक गैर हाजिर था जिसके स्थान पर बाद में अन्य को नियुक्त कर दिया गया। गौरतलब है कि बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच 27 मार्च से लेकर 10 अप्रैल तक होनी हैं ताकि रिजल्ट मई तक तैयार कर जारी किया जा सके।
"सभी शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड द्वारा लगाई जाती है। मेरे पास केवल एक सेंटर से एक शिक्षक की कमी का मैसेज आया था उसी के स्थान पर मैंने तुरंत दूसरे शिक्षक की ड्यूटी लगा दी थी। बोर्ड की तरफ से जो जानकारी मांगी गई है उन्हें सेंटर वाले अपने स्तर पर भेजेंगे।"-- रविंदर सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी अंबाला, शहर।
सिर्फ हिंदी शिक्षक पहुंचे

प्रेम नगर सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेंटर की बात करें तो यहां केवल हंिदूी के पेपर की जांच में करीब 80 प्रतिशत उपस्थिति रही। साइंस में 20 में से पांच शिक्षकों ने ड्यूटी दी। इसी तरह वैकल्पिक विषय के पेपरों में 10 में से कहीं चार तो कहीं तीन शिक्षक ही उपस्थित हो सके।
इसलिए नहीं ले रहे अध्यापक रुचि

इस बार बोर्ड ने नियमों में बदलाव करते हुए बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का जिम्मा उन्हीं शिक्षकों को देने को कहा है जो कि 10वीं और 12वीं को पढ़ाते हैं। ऐसे ही शिक्षकों को ¨प्रसिपल रिलीव कर सकता है। बोर्ड के इन्हीं आदेशों की आड़ में शिक्षक ड्यूटी से बच रहे हैं। ज्यादातर शिक्षक यह कहकर बच जाते हैं कि वह तो 10वीं और 12वीं को पढ़ाते ही नहीं। इसी कारण उन्हें अपने स्कूल से रिलीव ही नहीं किया जाता। प्रेम नगर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसीलिए हर शिक्षक को समय पर आना-जाना तो पड़ेगा ही मार्किग भी वहीं करनी पड़ेगी।

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