** 9वीं व 10वीं की परीक्षा में लागू होगी योजना, हर प्रश्नपत्र में तीन से पांच नंबर के होंगे प्रश्न
पानीपत : सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) से संबंधित स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को अब अपने आचरण पर भी विशेष ध्यान देना होगा। यदि उन्होंने अपना आचरण नहीं सुधारा तो इसका खमियाजा उन्हें परीक्षाओं में भुगतना पड़ेगा। क्योंकि इस साल से सीबीएसई ने 9वीं व 10वीं कक्षा में व्यवहार, खेल, रोजमर्रा की जिंदगी के प्रायोगिक अनुभव के आधार पर भी अंक देने का फैसला किया है।
इस संबंध में बोर्ड ने सरकुलर जारी कर 9वीं व 10वीं कक्षाओं में इस योजना को इसी साल से लागू करने का निर्देश जारी किए हैं।
इनमें शामिल होंगे सवाल
बोर्ड इंग्लिश इलेक्टिव व कोर, हिंदी एलेक्टिव व कोर, गणित, बॉयोलाजी फिजिक्स, केमिस्ट्री, एकाउंटेंसी, हिस्ट्री, जियोग्राफी, बिजनेस, इकोनॉमिक्स, अकाउंटेंसी, बिजनेस स्ट्डीज आदि में अगले वर्ष से लागू किए जाएंगे।
10वीं में इसी सत्र से, 12वीं में अगले सत्र से होगी लागू
बोर्ड द्वारा जारी सरकुलर के अनुसार यह योजना आगामी परीक्षा में 9वीं व 10वीं की परीक्षाओं में लागू करने जा रही है। वहीं बारहवीं में यह 2014 से लागू कर दी जाएगी। बोर्ड के अनुसार इस योजना से विद्यार्थी व्यावहारिक व सामाजिक ज्ञान एवं उससे जुड़े मूल्यों को लेकर गंभीर होंगे। साथ ही विद्यार्थियों में मूल्य विकास के साथ उन्हें रोजमर्रा की चुनौतियों से पार पाने की क्षमता का विकास होगा।
बोर्ड के अनुसार अब विद्यार्थियों को हर प्रश्न पत्र में मूल्यों से जुड़े सवालों का भी जवाब लिखना होगा। इसके लिए सभी प्रश्नपत्रों में विषय से संबंधित प्रश्न के अलावा तीन से पांच अंक के खेल, व्यवहार, रोजमर्रा की जिंदगी के अनुभव से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। 100 अंक के प्रश्नपत्र में पांच अंक के प्रश्न और 70 से 90 अंक के प्रश्नपत्र में तीन से चार अंक के प्रश्न रखे जाएंगे। db
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