** पांच वर्ष से राजकीय कन्या स्कूल में वसूला जा रहा पीटीए फंड
** आरटीइ अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना में हुआ खुलासा
** आरटीआइ के तहत स्कूल प्रिंसिपल की ओर से दी गई पीटीए फंड की जानकारी
जींद : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पिछले पांच सालों से छात्रओं से पीटीए फंड वसूला जा रहा है। शिक्षा विभाग ने यह फंड बंद कर दिया है, लेकिन स्कूल मुखिया अपनी मनमर्जी चलाकर यह फंड वसूल कर बच्चों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। स्कूल में पीटीए के नाम से एकत्रित की जा रही यह राशि अन्य मदों पर खर्च की जा रही है।सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना में सामने आया है कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वर्ष 2008-09 से लेकर 2012-13 तक हर साल हजारों रुपये पीटीए फंड के नाम पर बच्चों से वसूले गए हैं। यह राशि दाखिले के समय ही एकमुश्त बच्चों से ले ली जा रही है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2008-09 में छठीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों से 56500 रुपये की राशि पीटीए फंड के नाम पर वसूली गई है। इसी प्रकार से 2009-10 में पीटीए फंड के नाम पर 62 हजार 800 रुपये की राशि बच्चों से ली गई। इसी प्रकार से 2010-11 में छठीं से बारहवीं कक्षा के बच्चों से 62 हजार 800 रुपये, 2011-12 में नौवीं से 12वीं तक के बच्चों से 48 हजार 800 रुपये और 2012-13 में नौवीं से 12वीं तक के बच्चों से 47 हजार 900 रुपये की राशि पीटीए फंड के रूप में ली गई है।
"स्कूल में पहली से आठवीं तक कोई फंड व फीस नहीं ली जाती है। नौवीं से 12वीं तक प्रत्येक बच्चे से दो से पांच रुपये पीटीए फंड के रूप में लिए जाते हैं। जहां तक ज्यादा राशि का सवाल है, वह पिछला बेलेंस है।"--आजाद लाठर, प्राचार्य, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
"नौवीं से 12वीं कक्षा तक पहले दो रुपये प्रत्येक छात्र लिया जाता था, लेकिन अब कुछ समय से उसे बंद कर दिया गया है। यदि कोई स्कूल मुखिया बच्चों से पीटीए फंड के नाम पर राशि एकत्रित कर रहा है तो वह बिल्कुल गलत है। यदि कोई शिकायत आती है तो उसके अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी"--रामभगत शर्मा, डिप्टी डीईओ, जींद
"यदि राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कक्षा छठीं से आठवीं तक के बच्चों से कोई भी फंड वसूला गया है तो वह गलत है। आरटीइ के प्रावधान के अनुसार छठीं से आठवीं तक कोई फीस व फंड बच्चों से नहीं लिया जा रहा है। इस बारे में स्कूल मुखिया से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।"--दिलबाग मलिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी
एससी, बीसी और बीपीएल बच्चों को भी नहीं बख्शा गया
शिक्षा विभाग द्वारा एससी, बीसी व बीपीएल बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है, लेकिन राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इन कैटेगरी के बच्चों से भी पीटीए फंड के नाम से राशि वसूली गई है। यह राशि पांच रुपये से लेकर 50 रुपये तक वसूली गई है।
आरटीइ का उड़ाया जा रहा मजाक :
प्रदेश सरकार ने शिक्षा का अधिकार लागू करके पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों की फीस व फंड माफ कर दिए गए हैं, लेकिन विद्यालय में वर्ष 2008 से लगातार तीन साल छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों से पीटीए के नाम पर फंड एकत्रित किए गए। dj
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