भिवानी : शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि स्कूल लेक्चरर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन न करने की जिद छोड़ दें। बच्चों के भविष्य का सवाल है। उनकी ज्यादातर मांगें मुख्यमंत्री ने अप्रूव कर दी हैं। इसके बाद मांगें फाइनेंस डिपार्टमेंट के पास भेज दी गई हैं। जल्द ही उनको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। सरकार तुरंत मांग पूरी नहीं कर पाती है। स्कूल लेक्चरर मार्किंग नहीं करने पर अड़े रहते हैं तो अगला कदम क्या होगा। इस पर भुक्कल ने कहा कि बच्चों का कैरियर प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए जो भी संभव होगा, कदम उठाए जाएंगे।
स्कूल लेक्चरर के बहिष्कार के बाद गेस्ट टीचर्स, एडेड स्कूल टीचर्स और प्राइवेट स्कूलों के योग्य टीचर्स भी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से किनारा कर चुके हैं। ऐसे में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को मूल्यांकन कार्य किससे करवाया जाए, इसका विकल्प नहीं सूझ रहा है। बोर्ड स्कूल लेक्चरर से मूल्यांकन कार्य करने के लिए अपील भी कर चुका है।
बोर्ड ने 12वीं का परीक्षा परिणाम 25 दिसंबर को घोषित करने की तारीख निर्धारित की है। स्कूल लेक्चरर्स और बोर्ड अधिकारियों की मानें तो उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए कम से कम 20 से 25 दिन का समय चाहिए। इसके बाद रिजल्ट तैयार करने के लिए बोर्ड को भी 20 दिन से अधिक समय की जरूरत होती है। मार्किंग का कार्य अभी शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में निर्धारित समय पर बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित कर पाएगा, यह मुश्किल लगता है।
"स्कूल लेक्चरर की मांगें सरकार के लेवल की हैं। फिर भी बोर्ड प्रयास कर रहा है कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो सके। बोर्ड स्कूल लेक्चरर से अपील भी कर चुका है। उनको बच्चों के भविष्य का ख्याल रखना चाहिए।"--डॉ. केसी भारद्वाज, चेयरमैन, शिक्षा बोर्ड au
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