करनाल : प्राइवेट, एडिड व गेस्ट प्राध्यापकों ने मंगलवार को 12वीं कक्षा के पेपरों की मार्किंग की। छह दर्जन से अधिक प्राध्यापक पेपर मार्किंग में जुटे हुए थे, लेकिन हसला से यह बर्दाश्त नहीं हुआ। हसला के पदाधिकारियों ने अतिथि अध्यापक संघ के पदाधिकारियों का समर्थन लेकर दोपहर बाद कथित तौर पर पेपर मार्किंग को रुकवा दिया। हसला के पदाधिकारियों ने चेताया कि वे किसी भी कीमत पर अपने हकों को खत्म नहीं होने देंगे।
हसला के सदस्य जिला प्रधान बीर सिंह राणा के नेतृत्व में पेपर मार्किंग केंद्र पर पहुंचे और पेपर मार्किंग कर रहे प्राध्यापकों से बात की। उनके साथ अतिथि अध्यापक संघ जिला प्रधान कृष्ण बड़थल भी थे। हसला पदाधिकारियों ने दावा किया कि पेपर मार्किंग में लगे टीचर्स ने उनका समर्थन करते हुए पेपर मार्किंग का बहिष्कार कर दिया गया। लेकिन यह तो बुधवार को पता चलेगा कि कल पेपर मार्किंग कार्य बंद रहता है या फिर किया जाता है। हालांकि हसला का दावा है कि अतिथि प्राध्यापकों ने पेपर मार्किंग न करने का आश्वासन दिया है। उधर अतिथि अध्यापक संघ के जिला प्रधान कृष्ण बड़थल ने कहा कि हसला के समर्थन में गेस्ट प्राध्यापकों ने पेपर मार्किंग का बहिष्कार कर दिया है।
अतिथि अध्यापकों की मांगों का समर्थन
हसला के पदाधिकारियों ने उनके इस आंदोलन में अतिथि प्राध्यापकों द्वारा साथ दिए जाने पर उनकी जायज मांगों का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से उनकी जायज मांगों को मानने, भविष्य में अतिथि अध्यापकों को एग्जाम ड्यूटी व मार्किंग ड्यूटी में प्राथमिकता देकर उनका सम्मान बढ़ाने का आह्वान किया।
1000 पेपरों की हुई मार्किंग
मंगलवार को प्राइवेट, एडिड व गेस्ट प्राध्यापकों ने लगभग 1000 पेपरों की मार्किंग की। सुबह नौ बजे से ही प्राध्यापक पेपर मार्किंग में लग गए थे, जिन्होंने साढ़े तीन बजे तक पेपर मार्किंग कार्य किया। पेपर मार्किंग करने पहुंचे प्राध्यापकों ने सुबह नौ बजे उत्तर पुस्तिकाओं के नौ बंडल ले लिए थे। लेकिन इसके बाद हसला के सदस्य वहां पर पहुंच गए और नौ बजे के बाद आने वाले प्राध्यापकों को तीन बंडल नहीं लेने दिए। db
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