.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Tuesday, 19 November 2013

बोर्ड के लिए बंद हो रहे दरवाज़े


हिसार : बारहवीं की उत्तर पुस्तिका की मार्किग सप्ताह बाद भी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड शुरू नहीं करवा पाया है। प्राध्यापकों के बाद गेस्ट टीचर और अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी मार्किग का बहिष्कार कर दिया है। एसोसिएशन के प्रधान सत्यवान कुंडू का कहना है कि बोर्ड ने स्कूल स्तर पर आयोजित दसवीं परीक्षा के दौरान निर्देश दिए थे कि मार्किग स्कूल स्टाफ ही करेगा। 
बाद में रातों-रात नियमों में फेरबदल कर सरकारी अध्यापकों से मार्किग करवाने के निर्देश जारी कर दिए, जो प्राइवेट स्कूल संचालकों का अपमान करने जैसा है। इसलिए 12वीं उत्तर पुस्तिका की मार्किग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में बोर्ड के लिए एक-एक कर सभी दरवाजे बंद हो रहे हैं। हाल ही में बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज निजी स्कूलों में कार्यरत लेक्चरर की मदद से मार्किग शुरू करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग ने उक्त निर्देशों की कॉपी सभी निजी स्कूलों को प्रेषित कर दी। बावजूद इसके अभी तक स्कूलों से मार्किग के लिए स्टाफ मुहैया करवाने संबंधी किसी प्रकार की सूचना विभाग को नहीं मिली है। अगर यूं चलता रहा तो न सिर्फ परीक्षा परिणाम देरी आएगी, बल्कि परिणाम पर असर पड़ना लाजिमी है। दरअसल प्रदेश के 9200 प्राध्यापकों ने सरकार द्वारा मांगें पूरी न किए जाने तक उत्तर पुस्तिका की मार्किग का बहिष्कार जारी रखने की बात पर अडिग है। ऐसे में जब प्राध्यापकों के आगे बोर्ड की एक न चली तो गेस्ट टीचरों से मार्किग कराने का फैसला लिया। मगर गेस्ट टीचरों ने भी यह तर्क देते हुए मार्किग करने से मना कर दिया कि उनकी स्थायी तौर पर मार्किग हेतु ड्यूटी लगाई जाए। बोर्ड ने जब इनकी भी मांग को अनसुना कर दिया तो गेस्ट टीचर ने प्राध्यापकों का समर्थन करने का निर्णय लिया। प्रदेश में 15 हजार 6 गेस्ट टीचरों ने मार्किग न करने का निर्णय लिया है।
स्कूलों की मदद लेंगे
जिला उप शिक्षा अधिकारी संतोष हुड्डा ने बताया कि शिक्षा बोर्ड द्वारा प्राइवेट स्कूलों से मार्किग के लिए स्टाफ मुहैया करवाए जाने संबंधी पत्र आया था। उक्त निर्देश स्कूलों को दे दिए हैं। अभी तक जवाब नहीं मिला है।
सरकार हठधर्मिता छोड़े
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान भगवान दत्त ने बताया कि उनकी सभी मांगें जायज हैं। सरकार को हठधर्मिता को त्यागकर उनसे बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। योग्यता अनुसार उन्हें न मान मिल रहा और न वेतन               dj

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.