फतेहाबाद : 13 नवंबर की हड़ताल में शामिल रहे शिक्षकों पर सरकार कार्रवाई के मूड में है। निदेशालय ने जिले के सभी शिक्षकों की सूची मांगी है, जो हड़ताल में शामिल थे। सूत्र बताते हैं कि उन शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा जा सकता है। जिले के करीब 1270 शिक्षकों ने इस हड़ताल में भाग लिया था। उस दिन तमाम स्कूलों में बच्चे तो आए, लेकिन पढ़ाने वाले नहीं आए। अध्यापकों की मुख्य रूप से पांच यूनियन हैं। इनमें राजकीय अध्यापक संघ, हसला, प्राथमिक शिक्षक संघ, मास्टर वर्ग एसोसिएशन व अतिथि अध्यापक संघ शामिल हैं। इस हड़ताल में सिर्फ राजकीय अध्यापक संघ के सदस्यों ने भाग लिया था। विभाग ने उन सभी शिक्षकों के नाम व पद संबंधी जानकारी मांगी है। इस हड़ताल में मुख्य भूमिका रोडवेज कर्मियों की थी, जिन्होंने दो दिन तक हड़ताल की। उनकी सरकार से बातचीत हुई तो सरकार ने मांगें भी मान ली और कार्रवाई न करने का भी आश्वासन दे दिया। अब सांसत में दूसरे विभागों के कर्मचारी हैं। बिजली निगम, जनस्वास्थ्य विभाग, सफाई कर्मचारी व अध्यापक भी इस बंद में शामिल हुए थे। लेकिन उनके साथ अभी तक सरकार की न कोई वार्ता हुई और न ही समझौता।
निदेशालय के आदेश हैं: डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी आशा ग्रोवर ने कहा है कि निदेशालय के आदेश हैं कि हड़ताल में शामिल होने वाले शिक्षकों की सूची भेजी जाए। आगे की कार्रवाई निदेशालय ने तय करनी है।
हम भी आंदोलन को तैयार:
मेहता राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान रघुनाथ मेहता का कहना है कि उन्होंने सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में हड़ताल की थी। उनकी मांगे जायज हैं। सरकार कोई कार्रवाई करेगी तो हम भी आंदोलन को तैयार है। dj
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