पानीपत : ट्रेजरी में ग्रांट अटक जाने से स्कूली बैग के वितरण पर संकट के बादल मंडरा रहा है। निदेशालय स्तर पर तैनात शिक्षा महकमे के आला अधिकारी 23 मार्च को मनाए जाने वाले प्रवेश उत्सव से पहले ट्रेजरी से पैसा निकलवाने की जुगत में है। बिल भजने पर ही बच्चों को बैग नसीब होगा।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों को स्कूली बैग मुफ्त में उपलब्ध कराए जाते हैं। 64 रुपये सलाना स्कूल फीस व स्टेशनरी के लिए निदेशालय से ग्रांट राशि दी जाती है। वर्ष 2013-14 के लिए बैग, फीस व स्टेशनरी के मद में 100 करोड़ रुपये का ग्रांट मंजूर किया गया। ग्रांट राशि निकलवाने के लिए ट्रेजरी से बिल पास कराना पड़ता है। लेकिन जिला स्तर पर ट्रेजरी में बिल अस्वीकार किया जा रहा है। स्कूल इंचार्जो की तरफ से खंड स्तर पर राशि निकलवाने के लिए ट्रेजरी में बिल जमा कराए गए। ट्रेजरी के इस रवैए से प्रवेश उत्सव से पहले बैग के वितरण पर संकट गहराने लगा है।
स्कूलों का वन टाइम ग्रांट
निदेशालय से फीस, स्कूली बैग व स्टेशनरी से संबंधित ग्रांट वन टाइम दिया जाता है। ग्रांट की राशि 31 मार्च तक कभी भी ड्रा करवाया जा सकता है। लेकिन ट्रेजरी इस राशि के ड्रॉ करने पर अड़ंगा लगा रहा है। ट्रेजरी के अधिकारियों का कहना है कि ग्रांट की 50 फीसद राशि पहले निकाला जाना चाहिए था। एक बार में ग्रांट राशि का भुगतान संभव नहीं होगा।
लिखित में सूचना : सरोज
जिला शिक्षा अधिकारी (मौलिक) सरोज बाला गुर का कहना है कि बैग के लिए ट्रेजरी में बिल भजाने का प्रयास किया जा रहा है। निदेशालय के अधिकारियों को इस बारे में लिखित में जानकारी दे दी गई है। dj
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