राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों व शिक्षकों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। मौजूदा शैक्षणिक सत्र में किताबों को लेकर हुई फजीहत के बाद शिक्षा विभाग ने नए सत्र में शुरू से ही कमर कस ली है, जिसके चलते छह महीने देरी से आने वाली किताबें इस बार सत्र शुरू होने से पहले ही स्कूलों में पहुंचनी शुरू हो गई हैं। इससे आने वाले सत्र में विद्यार्थियों को किताबें पाने के लिए छह महीने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही विद्यार्थियों को पढऩे के लिए किताबें मिल पाएंगी। ऐसे में न तो अब विद्यार्थियों को खाली बैठकर टाइम पास करना होगा और न ही पुरानी किताबों में से पढऩा होगा।
गौरतलब है कि राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढऩे वाले विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग निशुल्क किताबें उपलब्ध कराता है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान विनोद चौहान ने कहा कि पिछले साल किताबें छह महीने के बाद आने के कारण विद्यार्थियों को खामियाजा भुगतना पड़ा था। जिससे शिक्षकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था। dbkkr
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