चंडीगढ़ : विधानसभा में सोमवार को स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली का मामला भी गूंजा। सरकार ने माना कि तीन निजी कंपनियों ने छात्रों से करोड़ों रुपये की अवैध वसूली की है, जिसे छात्रों को वापस कराया जाएगा। इस पूरे मामले की जांच भी माध्यमिक शिक्षा विभाग की उप निदेशक नलिनी करेंगी।
अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह ने जब विधानसभा में कंप्यूटर शिक्षा की बदहाली का मुद्दा उठाया तो भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। इनेलो के रामपाल माजरा ने कंप्यूटर शिक्षा की बदहाली पर सरकार को घेरा। विज ने सदन में जानकारी दी कि श्रीराम न्यू हारिजन, ट्रांसलेशन तथा रोहतक की सोसायटी ने कंप्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्रों से 24-24 हजार रुपये वसूल कर लिए हैं। अनिल विज ने कहा कि छात्रों से करीब सात करोड़ रुपये इकट्ठा कर कंपनियां भाग गई हैं। चरणजीत सिंह ने कहा कि स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा का बुरा हाल है। अधिकतर कंप्यूटर खराब पड़े हैं। जिस कंपनी को कंप्यूटर शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसने न तो जिम्मेदारी पूरी की और न ही कंप्यूटर शिक्षा का उचित बंदोबस्त है।
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए भरोसा दिलाया कि छात्रों की सिक्योरिटी वापसी योग्य है। इसलिए कंपनियों को छात्रों से वसूल किए गए 24-24 हजार रुपये वापस कराए जाएंगे। पूरे मामले की जांच के लिए उप निदेशक नलिनी को अधिकृत किया गया है, जो जल्दी ही अपनी रिपोर्ट देंगी। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.