सोनीपत : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित परीक्षा में पेपर लीक के बाद बैकफुट पर आए शिक्षा बोर्ड पर अब प्राध्यापक वर्ग ने भी बोर्ड की नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राध्यापकों के संगठन हसला के जिला प्रधान सतपाल बजाड़ ने कहा है कि जो प्रश्न पत्र समन्वय केंद्र से दिन में दो बार लेने का केंद्र अधीक्षकों को आदेश जारी किया है वह तार्किक नहीं है, क्योंकि केंद्र अधीक्षक के पास सीमित परीक्षा अमला होता है। जो केंद्र अधीक्षक शहर से 20 से 30 किलोमीटर दूरी पर परीक्षाएं ले रहे हैं उनके लिए समनव्य केंद्र से प्रश्न पत्रों का पैकेट परीक्षा भवन में समय पर उपलब्ध करना अति कठिन कार्य है। वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करते हुए दूरस्थ स्थानों पर जो की मुख्य सड़कों से हटकर हैं वहां पर समय पर कैसे पेपर पहुंचेगा। यही कारण है कि हसला ने इस फरमान का विरोध करने का फैसला किया है। उनके मुताबिक बोर्ड इस व्यवस्था के लिए अलग से कर्मचारी नियुक्त करे या फिर प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र अपने स्तर पर उपलब्ध कराए। इस प्रकार से उत्पन्न किसी भी प्रकार के विलंब के लिए संबंधित केंद्र अधीक्षक उत्तरदायी नहीं होंगे। उन्होंने पेपर लीक मामले की निंदा करते हुए कहा दोषी पर सख्त कार्रवाई हो। db
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