उचाना : नए सत्र से मिड-डे मील खाने वाले बच्चों को बर्तन की कमी नहीं रहेगी। पहली से आठवीं तक मिड-डे मील योजना के तहत भोजन करने वाले विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से सामान मिलेगा। विभाग के निदेशक द्वारा थाली, चम्मच, खाना पकाने वाले बर्तन खरीदने के लिए राशि की मांग भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
डिमांड भेजनी जरूरी
मिड-डे मील के तहत कितने विद्यार्थी भोजन ग्रहण करते हैं उनकी संख्या के हिसाब से बर्तनों की खरीद के लिए डिमांड मिड-डे मील इंचार्ज को भेजनी जरूरी है। डिमांड भेजने के बाद विभाग थाली, चम्मच की खरीद के लिए राशि जारी करेगा।
बरतनी होगी सावधानी
स्कूलों में मिड-डे मील पकने को सुरक्षित रखने भोजन को दूषित होने से बचाने के लिए सावधानी रखनी होगी। भोजन पकने वाले सभी बर्तन साफ हो। भोजन पकाने के समय जलने, झुलसने जैसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई भी विद्यार्थी भोजन पकने वाले स्थान पर हो।
करना पड़ता है इंतजार
छात्र सुनील, अमित कुलदीप ने कहा कि स्कूलों में मिड-डे मील के तहत भोजन परोसने के दौरान बर्तनों की कमी के कारण इंतजार करना पड़ता है। बर्तन कम संख्या में होते हैं। जबकि विद्यार्थी ज्यादा हैं।
स्कूलों से मंगवाई डिमांड: खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी
"खंड के सभी प्राथमिक, मिडिल स्कूलों से उनकी जरूरत के मुताबिक थाली, चम्मच की मांग मंगवा ली है, जिन्हें जिला शिक्षा मौलिक अधिकारी कार्यालय में भेजा जा रहा है।"-- धर्मबीरसिंह, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, उचाना db
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