खरखौदा : सीएम मनोहर लाल खट्टर के 77 दिन में ज्वाइनिंग के वायदे को ढीला पड़ता देख अब नव चयनित जेबीटी अध्यापकों ने पंचकूला में महापड़ाव डालकर अनशन की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी ब्लाक में बैठक कर इस महापड़ाव में हजारों की संख्या में पहुंचने की तैयारी के लिए आहवान किया जा रहा है। इस बार केवल चयनित जेबीटी अध्यापक-अध्यापिकाएं ही नहीं बल्कि अध्यापिकाओं के छोटे बच्चे उनकी मां बेटियों को भी शामिल होने के लिए कहा जा रहा है।
नवचयनित जेबीटी ने इस बार सीधा एलान किया है कि महापड़ाव उस समय तक जारी रहेगी जब तक या तो नियुक्ति पत्र उन्हें नहीं मिल जाते या फिर ज्वानिंग प्रोसेस का शेड्यूल विभाग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं हो जाता।
रविवार को दिल्ली मार्ग पर स्थित जयनारायण धर्मशाला में आयोजित बैठक में अध्यापक पात्र संघ के सोनीपत जिला प्रधान नरेंद्र दहिया ने अपने संबोधन में कहा कि चयनित जेबीटी महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक हैं वे अपने बच्चों अपनी मां को भी इस पड़ाव में शामिल करें। यह आखिरी लड़ाई है जो पंचकूला में लड़ी जाएगी। नव चयनित अध्यापक संवैधानिक तरीके से माननीय न्यायालय के आदेशों के मुताबिक चयनित हुए हैं, इसलिए सरकार उन्हें तत्काल ज्वाइनिंग दे ताकि स्कूलों में बच्चों को अध्यापक मिल सके चयनित को स्कूल प्राप्त हो सके। इस मौके पर हलका प्रधान वीरेंद्र दहिया, महासचिव सचिन दहिया, विमलेश, राजेश कुमार, सोनिया, कविता भी उपस्थित थी।
मां-बेटियां बहनों की संख्या बढ़ाने पर जोर
नव चयनित जेबीटी में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा हैं, इसलिए इस बार चयनित महिलाओं के साथ उनकी मां-बेटी, बच्चे बहनें भी शामिल हो, इसके लिए भी आह्वान किया जा रहा है। हर महिला के साथ बच्चे, मां या बहन-भाई हो, ताकि महापड़ाव पूरी चौतरफा सफल हो। जिला प्रधान नरेंद्र दहिया ने कहा कि 21 जून को जो महापड़ाव अनशन होगा अनिश्चित कालीन होगा और उस समय तक चलेगा जब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिल जाता। इस महापड़ाव में अधिक से अधिक शामिल होने के लिए नव चयनित के घर जाकर डोर-टू-डोर संपर्क करके जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। नरेंद्र दहिया ने कहा कि इस बार पंचकूला महापड़ाव से नियुक्ति पत्र लेकर ही लौटेंगे खाली हाथ नहीं लौटेंगे। db
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