नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स को पक्का करने के लिए शिक्षा निदेशालय ने फार्मूला तैयार कर लिया है। जिसके तहत शिक्षकों को दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की परीक्षा पास करनी होगी।
गेस्ट शिक्षकों द्वारा पिछले दो सालों में हर साल कम से कम 90 दिन स्कूलों में काम किया होना जरूरी है। इसके अलावा बोर्ड शिक्षक भर्ती की योग्यता का पैमाना गेस्ट टीचर्स को पूरा करना होगा। क्योंकि स्कूली शिक्षा समाज की बुनियाद है और सरकार के लक्ष्य स्कूलों में गुणवत्ता परक शिक्षा देना है। जिससे कहीं कोई समझौता नहीं किया जा सकता। टेन प्वाइंट फार्मूले में अगर शिक्षकों को कहीं कोई सुझाव देना है या उनकी कोई आपत्ति है तो वह 15 दिनों में प्लानिंग डॉट ब्रांच एटदरेट याहू डॉट कॉम पर अपनी फीडबैक भेज सकते हैं।
शिक्षा निदेशक (दिल्ली सरकार) पद्मिनी सिंघला ने बताया कि यह स्कीम गेस्ट टीचर्स को परमानेंट करने के लिए है। स्कीम के तहत सभी गेस्ट टीचर अपना पता, ईमेल, फोन नंबर अपडेट कराएंगे। जिससे डीएसएसएसबी उनके लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन कर सके। सभी को बोर्ड द्वारा निर्धारित योग्यता का पैमाना पूरा करना होगा, जिन्होंने सीटेट क्वालीफाई नहीं किया और भर्ती टेस्ट क्वालीफाई कर लिया, उन्हें एक साल का समय सीटेट क्वालीफाई करने के लिए दिया जाएगा। अगर गेस्ट शिक्षक भर्ती परीक्षा या सीटेट क्वालीफाई नहीं कर पाएगा तो उसे आगे मौका नहीं मिलेगा। उम्र में छूट के लिए कैबिनेट में मसौदा लाया जाएगा। गेस्ट टीचर्स को भर्ती परीक्षा की फीस, विषयवार शिक्षकों की संख्या का ब्यौरा डीएसएसएसबी पोर्टल पर मिलेगा, बोर्ड के नियम और भर्ती प्रक्रिया के लिए रजिस्ट्रेशन भी गेस्ट टीचर्स को करना होगा।
सिंघला बताती हैं कि 15 जून तक शिक्षकों की फीडबैक मिलने के बाद दिल्ली सरकार की कैबिनेट में सुझावों पर चर्चा के बाद डीएसएसएसबी को भर्ती के निर्देश दिए जाएंगे। भर्ती प्रक्रिया में कितना समय लगेगा, यह कैबिनेट में ही तय होगा। अगर सीटें खाली रह जाती हैं तो उसके लिए अलग से अलग से योग्य उम्मीदवारों की भर्ती के लिए परीक्षा होगी। db
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