जींद : शिक्षा विभाग ने पिछले साल सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में बंद
किए गए पांच व्यावसायिक कोर्सों में से दो को फिर से शुरू करने का निर्देश
दिया है। हालांकि शिक्षा सत्र शुरू हुए चार माह हो चुके हैं, लेकिन कोर्सों
की उपयोगिता व छात्रों के रुझान को देखते हुए एक अगस्त से सीनियर सेकेंडरी
स्कूलों (जिनमें पहले कोर्स जारी थे) में हिंदी व अंग्रेजी स्टेनो के
कोर्स दोबारा शुरू कर दाखिले करने को कहा गया है।
बाकी तीन कोर्सों में
दाखिले को लेकर अभी विभाग की तरफ से हरी झंडी नहीं दी गई है। शिक्षा विभाग
ने वर्ष 2009 में प्रदेश भर की सभी औद्योगिक व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों
को बंद कर उनके कर्मचारियों व संबंधित कोर्सों को सरकारी स्कूलों में मर्ज
कर दिया था। सरकारी स्कूलों में अच्छी-खासी संख्या में विद्यार्थी इन
व्यावसायिक कोर्सों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, लेकिन 2014 में शिक्षा
विभाग ने यह कहते हुए हंिदूी व अंग्रेजी स्टेनो, अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग,
मार्केटिंग एंड सेल्समैन तथा कंप्यूटर जैसे कोर्स बंद कर दिए कि यह पुराने
हो चुके हैं। इसके बाद ग्यारहवीं में इन सभी पांचों कोर्सों में दाखिले
नहीं किए गए और केवल बारहवीं कक्षा के बच्चे ही रहे। ऐसे में शिक्षकों में
विभाग द्वारा सरप्लस करने या अन्य जगह पर मर्ज करने जैसे ख्याल भी आने लगे
थे, लेकिन संबंधित कोर्सों के इंस्ट्रक्टर ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए
मांगों को निदेशालय के समक्ष रखा। इस पर विभाग के प्रधान टीसी गुप्ता ने
उनकी मांगों को जायज मानते हुए दो कोर्सों को इसी सत्र से शुरू करने का
निर्देश जारी कर दिया। व्यावसायिक शिक्षक संघ के एडवाइजर रामधन जैन ने आभार
जताया। शिक्षा निदेशालय ने दोनों कोर्सों में कम से कम 35 छात्र रखने का
निर्देश दिया है। हालांकि 30 जुलाई को सरकारी स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया
बंद हो चुकी है, लेकिन विभाग ने इन दोनों कोर्सों में दाखिले शुरू करने को
कहा है। dj
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