रोहतक : हरियाणा में स्कूली शिक्षा को बेहतर करने के लिए जल्द ही
पांचवीं-आठवीं की परीक्षा बोर्ड की हो सकती है। शनिवार को भाजपा के प्रदेश
अध्यक्ष चुनाव कार्यक्रम में आए शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्र
को प्रस्ताव भेज दिया है। अब उसकी मोहर का इंतजार है। प्रदेश सरकार भी
चाहती है कि बेहतर शिक्षा के लिए पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड की हो।
ताकि प्रदेश की शिक्षा में सुधार लाया जा सके।
बीते साल दिसंबर माह में
दसवीं और 12वीं का रिजल्ट आया तो हैरान करने वाला था। रिजल्ट बेहद खराब था।
जिसके बाद प्रदेश के शिक्षकों ने पढ़ाई के तौर तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए
थे। यहीं नहीं शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षकों ने मांग उठाई थी
कि प्रदेश में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा को बोर्ड की कराई जाए, तभी
बच्चे पढ़ सकेंगे। वर्तमान में नियम है कि बच्चों को पांचवी और आठवीं में
पास करना अनिवार्य है। हैरत की बात यह है कि आठवीं तक परीक्षाएं भी नहीं
होती और न ही अध्यापक किसी बच्चे का नाम काट सकते हैं। इससे साफ है कि
बच्चे कैसे पढ़ाई करें। इसलिए हाल ही में हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ,
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन, राजकीय प्राथमिक अध्यापक संघ प्रदेश के
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव और शिक्षामंत्री रामविलास से मिले
थे। इस मीटिंग में सभी शिक्षकों ने सर्व सम्मति से मांग की थी कि पांचवीं
और आठवीं की परीक्षाओं को दोबारा से बोर्ड की कराई जाए। .......dj dj
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