** नियुक्ति न मिलने पर जताया रोष, राम बिलास शर्मा से मिला शिष्टमंडल
पंचकूला : हरियाणा सरकार द्वारा नियुक्ति पत्र न दिये जाने के विरोध में
9455 चयनित जेबीटी अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ पैदल मार्च निकाला। सेक्टर
पांच स्थित हैफेड ग्राउंड में अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन के बावजूद सरकार
के कान पर जूं न रेंगने के कारण मंगलवार को जेबीटी टीचरों ने धरनास्थल से
चंडीगढ़ के लिए कूच की। जैसे ही सभी हाऊसिंग बोर्ड के पास पहुंचे, तो
चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक लिया। इसके बाद यह लोग यहीं पर
धरने पर बैठ गए। लगभग डेढ़ बजे से दोपहर बाद तक यह लोग धरने पर ही बैठे
रहे।
जेबीटी टीचरों के धरने के चलते एक शिष्ठमंडल किशोर जावलिया, अमरीक
सिंह, आनंद, प्रदीप श्योराण, धमेर्ंद्र स्वामी, बलजीत दून, प्रोमिला
बांगड़, प्रीति, मधु शर्मा वत्स को सीएम से मुलाकात करने के चंडीगढ़ जाने
की इजाजत दी गई।
परंतु इन जेबीटी अध्यापकों की मुलाकात शिक्षा मंत्री राम
बिलास शर्मा से हो पाई। शर्मा ने आश्वासन दिलाया है कि सरकार उनकी
ज्वाइंनिंग के लिए प्रयासरत है, लेकिन एक केस हाइकोर्ट में लंबित होने के
चलते मामला लटका हुआ है। हरियाणा के महाधिवक्ता से बात करने के बाद ही कोई
पक्का भरोसा दिलाया जा सकेगा। इसके बाद भी जेबीटी टीचरों ने धरना जारी रखने
का फैसला लिया है।
जेबीटी अध्यापकों का कहना है कि 14 अगस्त, 2015 को 9455
जेबीटी अध्यापकोंकी लिस्ट आउट हुई थी पर उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिये
गए, जिस कारण जेबीटी अध्यापकों ने धरना प्रदर्शन किया था, तो उन्हें सरकार
द्वारा यह आश्वासन मिला कि एक जुलाई तक उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिये
जाएंगे। जब जुलाई में भी उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिला तो उन्होंने
दुबारो से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उस समय मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें
31 जुलाई तक नियुक्ति पत्र देने का आश्वासन दिया गया, पर अभी तक उन्हें
नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। जिसके विरोध में उन्होंने यह
अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन शुरू किया। dj
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