शिक्षकों का पूरा ब्यौरा गुरुजन डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा। इसके लिए एमएचआरडी ने डाटा जुटाना शुरू कर दिया है। यह काम 30 अप्रैल तक पूरा किया जाना है। इसके तहत विवि कॉलेजों को एआईएसएचई (ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन) कोड जारी किया जाएगा। इसके तहत सभी संस्थानों को अपने मौजूदा स्टाफ, सुविधाओं संसाधनों की सूचना देनी होगी। इस कोड से ही एक फार्म जनरेट होगा। इसी पर सारी सूचना भरी जाएगी। यही फार्म सरकारी वेबसाइट पर अपलोड होगा। यही नहीं पहली बार शिक्षकों का ब्यौरा भी ऑनलाइन करने की तैयारी है। इसके लिए टीचर इंफॉर्मेशन फार्म भी जारी किया गया है। फिलहाल यह सूचना केवल सरकारी संस्थानों से मांगी गई है। अगले सत्र से निजी संस्थानों में लागू होगा। एमएचआरडी दिल्ली से शुक्रवार को एमडीयू पहुंची आईएसएस अधिकारी वंदना गौतम सौम्या साक्षी ने बताया कि 'नो योर कॉलेज' पोर्टल पर अभिभावक संस्थानों की सुविधाएं अन्य जानकारी ले सकते हैं।
फैक्ट फिगर
800विश्वविद्यालयहैं देश में।
50,000कॉलेजमें हैं देश में।
12,000स्टैंडएलोन यानी पॉलिटेक्निक अन्य संस्थान।
सेमिनार में दी गई जानकारी
"एमडीयू के गणित विभाग में आईक्यूएआर डायरेक्टर की देखरेख में सेमिनार हुआ। यहां कई विवि के प्रतिनिधियों को डाटा कलेक्शन की बारीकियां बताई गई। योजना के तहत किसी संस्था को एआईएसएचई कोड एक ही बार जारी किया जाएगा। इसी के जरिए संस्था अपनी स्टाफ पोजिशन, स्टूडेंट्स, पिछले साल का परीक्षा परिणाम, इंफ्रास्ट्रक्चर अपलोड करेंगी।"-- डॉ.सुमित गिल, नोडल ऑफिसर, एआईएसएचई।
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